बागेश्वर: 15वीं पुण्यतिथि पर सुमगढ़ में मारे गए 18 बच्चों को किया याद
✍️ स्मारक स्थल पर शांति पाठ, बच्चों के परिजनों को दी सांत्वना
✍️ आपदा में मारे गए बच्चों की याद में रोपे गए पौधे
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जनपद के सुमगढ़ हादसे में मारे गए सरस्वती शिशु मंदिर के 18 बच्चों को उनकी 15वीं पुण्यतिथि पर भावपूर्वक याद किया गया। उनकी याद में बने स्मारक स्थल पर शांति पाठ का आयोजन हुआ और मारे गए बच्चों के परिजनों को सांत्वना दी।
मालूम हो कि 18 अगस्त 2010 में आई भीषण आपदा में सुमगढ़ में सरस्वती शिशु मंदिर में भूस्खलन के चलते भारी मात्रा में मलबा आ गया। इस हादसे में 18 बच्चे जमीदोज हो गए। उनकी याद में सुमगढ़ में स्मारक व स्मृति वन स्थापित किया गया। रविवार को बच्चों की याद में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इसमें जिपं अध्यक्ष बसंती देव, पूर्व कैबिनेट मंत्री बलवंत सिंह भोर्याल, ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू, भाजयुमो जिलाध्यक्ष दीपक घस्याल, बलबीर टाकुली, एसडीएम अनुराग आर्य, कानूनगो त्रिभुवन बोरा, मनोहर राम, तारा कुमल्टा, दुर्गा धनिक जोगा राम के अलावा ग्रामीण मौजूद रहे।
बच्चों की याद में रोपे पौधे
बागेश्वर: जिला पत्रकार समिति और एनयूजे ने 2010 में सुमगढ़ हादसे के मारे गए बच्चों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर वरिष्ठ सदस्य किशन सिंह मलडा और संजय साह जगाती ने कहा पूरा क्षेत्र आपदा की दृष्टि से संवेदनशील है। इसलिए वहा विशेष कार्य किए जाने की जरुरत है, जिससे इस तरह के हादसे दोबारा न हो। उन्होंने कहा कि सरकार को आपदा की दृष्टि से संवेदनशील गांवों का जल्द पुर्नवास करना चाहिए। कुमंविनि पर्यटन आवास गृह परिसर में सभी ने दो पौधों का रोपण किया। उनको बचाने का भी संकल्प किया। इस दौरान एनयूजे जिलाध्यक्ष शंकर पांडेय, रमेश प्रकाश पर्वतीय, जगदीश उपाध्याय, हिमांशु गड़िया, राजकुमार परिहार, नरेंद्र सिंह, कमल कांडपाल, सुशीला मेहरा, लता प्रसाद, शैलेंद्र सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।