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अल्मोड़ा: 'नशा नहीं—रोजगार दो' आंदोलन आज भी प्रासंगिक—पीसी तिवारी

09:26 PM Jan 31, 2024 IST | CNE DESK
अल्मोड़ा   नशा नहीं—रोजगार दो  आंदोलन आज भी प्रासंगिक—पीसी तिवारी
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👉 40वीं वर्षगांठ पर मौजूदा हालातों पर होगी व्यापक चर्चा
👉 उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी

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सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी आगामी 02 फरवरी को उत्तराखंड के चर्चित आंदोलन 'नशा नहीं—रोजगार दो' की 40वीं वर्षगांठ भव्यता से मनाएगी। जिसमें मौजूदा हालातों पर व्यापक चर्चा होगी और जन जागृति लाई जाएगी। पार्टी ने कहा है कि आज के दौर में ऐसे आंदोलन की जरूरत है।

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जिले के बसभीड़ा में 02 फरवरी 2024 को होने वाले 'नशा नहीं, रोजगार दो' आंदोलन की 40वीं वर्षगांठ कार्यक्रम के उपलक्ष्य में आज उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने प्रेसवार्ता आयोजित की। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. राम सिंह धौनी पुस्तकालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि पहाड़ का उद्धार तब तक नहीं हो सकता, जब तक नशे का कड़ा प्रतिकार नहीं होगा। उन्होंने बताया कि 04 दशक पहले जब शराब के नशे ने समाज की स्थिति बेहद खराब कर दी, तो इसके खिलाफ मोर्चा खोला गया और 2 फरवरी, 1984 को एकजुट होकर चौखुटिया के बसभीड़ा में पहली सभा हुई और यहीं से 'नशा नहीं रोजगार दो, काम का अधिकार दो' आंदोलन की जबर्दस्त अलख जगी। शराब माफियाओं को काला मुंह करके घुमाया गया। इससे बड़ा सामाजिक परिवर्तन आया और सरकार की मनमानी के खिलाफ संदेश उभरकर आया।

श्री तिवारी ने कहा कि मौजूदा वक्त में 'नशा नहीं रोजगार दो' आंदोलन प्रासंगिक हो गया है, क्योंकि समाज में नशे से आज भयावह स्थिति पैदा हो गई है। गांव—गांव व घर—घर नशे से पीड़ित हैं। इसके अलावा रोजगार का सवाल गहरा होता जा रहा है। शिक्षा व स्वास्थ्य का व्यापार होने लगा है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में नशा नहीं रोजगार दो जैसा आंदोलन बहुत महत्वपूर्ण है। इसी क्रम में इस आंदोलन की 40वीं वर्षगांठ पर बसभीड़ा में बड़ा कार्यक्रम होगा। जिसमें लूट व बेईमानी के सवाल पर चर्चा होगी और यह संदेश छोड़ा जाएगा कि लूटेरों व बेईमानों की नहीं बल्कि मेहनतकश का सम्मान हो। श्रम का सम्मान हो पूंजी का नहीं। श्री तिवारी ने बताया कि इसके अलावा राज्य में जगह—जगह कार्यक्रम होंगे। इस उपलक्ष्य में जागृति लाने के लिए 1, 2 व 3 फरवरी को विद्यालयी स्तर पर उक्त चर्चित आंदोलन की जानकारी दी जाएगी। प्रेसवार्ता में पार्टी के वरिष्ठ नेता नारायण राम, आनंदी वर्मा, हीरा देवी, राजू गिरी, उछासं के दीपांशु पांडे व राकेश कुमार आदि शामिल रहे।

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