अल्मोड़ा दुग्ध संघ को मिली 01.27 करोड़ की आर्थिक मदद
✍️ अब माली हालत में सुधार की नई उम्मीद जगी
✍️ बेहतरी लाने को चल रहे ठोस प्रयास: गिरीश खोलिया
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: दुग्ध संघ अल्मोड़ा की माली हालत में अब सुधार की उम्मीद जगी है। वहीं महीनों से भुगतान की बाट जोर रहे दुग्ध उत्पादकों को भी राहत मिली है। दुग्ध संघ अध्यक्ष गिरीश खोलिया के प्रयासों से अल्मोड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड को सरकार से 01.27 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मिली है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की पहल पर यह रिवाल्विंग फण्ड संघ को मिला है। यह जानकारी गत शनिवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता आयोजित कर दुग्ध संघ के अध्यक्ष गिरीश खोलिया ने दी।
श्री खोलिया ने बताया कि जब फरवरी, 2024 में उन्होंने कार्यभार संभाला, तब दुग्ध उत्पादकों का तीन माह का भुगतान लंबित चल रहा था और आर्थिक स्थिति तंदरुस्त नहीं होने के कारण कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा था। इसके अलावा दुग्ध संघ करीब 03 करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा था। उन्होंने बताया कि इस स्थिति से उबरने के लिए उनके द्वारा शासन स्तर पर ठोस पहल की गई। उन्होंने मंत्री सौरभ बहुगुणा के समक्ष दुग्ध संघ की दयनीय स्थिति को रखा और शासन से आर्थिक सहयोग दिलाने का अनुरोध किया। खोलिया ने बताया कि मंत्री की पहल से 01.27 करोड़ रुपये का रिवाल्विंग फण्ड अल्मोड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ को मिल सका है। दुग्ध संघ अध्यक्ष ने बताया कि उनके द्वारा लगातार हालत में सुधार के प्रयास किए गए हैं और परिणामस्वरुप इस दफा 42 लाख रुपये की वेलेंस सीट बनी है।
अध्यक्ष श्री खोलिया ने बताया कि प्राप्त हुए फण्ड से दुग्ध उत्पादकों का लंबित भुगतान किया जा रहा है। इस बीच भुगतान की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। उन्होंने कहा कि गत सितंबर माह तक का लंबित भुगतान दीपावली से पहले ही करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दुग्ध संघ के अधीन अल्मोड़ा जनपद की 256 व बागेश्वर की 64 दुग्ध समितियां शामिल हैं। अल्मोड़ा जिले में भटकोट व द्वाराहाट तथा बागेश्वर में क्षेत्रपाल समिति ने सर्वाधिक बेहतरीन काम किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बद्री गाय को प्रोत्साहन देने के साथ ही दुग्ध उत्पाद घी व गौमूत्र एकत्रित करने की योजना पर काम होगा। प्रेसवार्ता के दौरान दुग्ध संघ के महाप्रबंधक गंगाशरण सिंह राणा भी मौजूद रहे।