पंजाब की चार में से तीन सीटों पर APP का कब्जा
चंडीगढ़ | पंजाब में विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव में शनिवार को हुई मतगणना में चार में से तीन सीटों पर आम आदमी पार्टी (आप) ने कब्जा कर लिया है जबकि कांग्रेस को एक सीट मिली है। इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी कोई भी सीट जीतने में असफल रही, लेकिन अपने मत प्रतिशत में सुधार करते हुये भाजपा पंजाब में पांचवें स्थान से तीसरे स्थान पर पहुंच गयी है।
सभी चार सीटों के लिए कुल 45 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। मतों की गिनती के लिये प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक केंद्र स्थापित किया गया था। चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिये बुधवार को हुये मतदान का प्रतिशत 63.91 प्रतिशत रहा। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि सभी मतगणना केंद्रों की निगरानी सी.सी.टी.वी. कैमरों के जरिये की गयी। उन्होंने बताया कि मतगणना केंद्रों के चारों और तीन-स्तरीय सुरक्षा प्रणाली गठित की गयी है, जिसके लिये पंजाब पुलिस के जवान और अधिकारी तथा केंद्रीय सशस्त्र सैनिक बलों को तैनात किया गया है।
आप उम्मीदवार गुरदीप सिंह रंधावा ने अपने निकटतम प्रतिदद्धंदी कांग्रेस के उम्मीदवार जतिंदर कौर रंधावा को 5699 मतों के अंतर से हराया डेरा बाबा नानक विधानसभा सीट पर कब्जा कर लिया है। श्री गुरदीप सिंह रंधावा को 59104 मत मिले जबकि जतिंदर कौर रंधावा को 53405 मत मिले। विधानसभा क्षेत्र डेरा बाबा नानक में 11 उम्मीदवार मैदान में थे और यहां 64.01 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। संसदीय क्षेत्र से मौजूदा विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा, जो पंजाब के उप-मुख्यमंत्री रह चुके हैं, के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी है। सुखजिंदर रंधावा इस सीट पर पहले तीन बार जीत हासिल की है। कांग्रेस ने गुरदासपुर के सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा की पत्नी जतिंदर कौर को डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया।
बरनाला विधानसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह ढिल्लो ने अपने निकटतम प्रतिदद्धीं आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरिंदर सिह धालीवाल को 2157 मतों के अंतर से हरा दिया। ढिल्लों को कुल 28254 मत प्राप्त हुये जबकि धालीवाल को 26097 मत मिले हैं। संगरूर लोकसभा क्षेत्र से आप विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर के सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। पहली बार चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के बरनाला जिला अध्यक्ष कुलदीप सिंह ढिल्लों दिवंगत हरिंदर सिंह सीरा ढिल्लों के भाई हैं। हरिंदर पंजाब युवा कांग्रेस के सक्रिय नेता थे। उनका परिवार ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करता है।
गिद्दड़वाहा विधानसभा सीट के लिये हुये उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों ने अपने निकटतम प्रतिदद्धंदी कांग्रेस के उम्मीदवार अमृता वडिंग को 21969 मतों के अंतर से हराया। ढिल्लों को 71644 वोट मिले जबकि कांग्रेस की अमृता वडिंग को 49675 वोट मिले हैं। अमृता वडिंग कांग्रेस के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की पत्नी हैं। गिद्धड़बाहा हलके में 14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। यहां कुल 81.90 प्रतिशत वोटिंग हुई है। लुधियाना लोकसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद अमरिंदर सिंह राजा वाड़िंग के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद गिद्दड़बाहा सीट खाली हो गयी थी। राजा वाड़िंग को 2022 के विधानसभा चुनाव में 50998 वोट मिले थे जबकि शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार के रूप में डिम्पी ढिल्लों को 49649 वोट मिले थे। कांग्रेस ने उप चुनाव के लिए गिड़बाहा सीट से पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग की पत्नी अमृता वड़िंग को टिकट दी है।
सुखबीर सिंह बादल के पूर्व सहयोगी हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों 25 अगस्त को पार्टी छोड़ने से पहले शिरोमणि अकाली दल के गिद्दड़बाहा निर्वाचन क्षेत्र के प्रभारी थे। गिद्दड़बाहा से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के पूर्व नेता हरदीप सिंह डिम्पी ढिल्लों 28 अगस्त 2024 को मुक्तसर में एक समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुये। चब्बेवाल विधानसभा सीट के लिये हुये उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉ इशांक कुमार अपने निकटतम प्रतिदद्धंदी कांग्रेस के उम्मीदवार रंजीत कुमार से 28690 मतों के अंतर से विजयी हुये हैं। डॉ इशांक को 51904 मत मिले जबकि रंजीत कुमार को 23214 मत मिले। चब्बेवाल (एस.सी.) में कुल छह उम्मीदवारों द्वारा चुनाव लड़ा गया। यहां कुल 53.43 प्रतिशत मतदान हुआ है।
होशियारपुर के सांसद डॉ राज कुमार के पुत्र, डॉ इशांक कुमार परिवार के दूसरे रेडियोलॉजिस्ट, पंजाब के पहले मौजूदा सांसद या विधायक के वंशज बन गये हैं, जो आम आदमी पार्टी के विधायक बन गये हैं। चब्बेवाल विधानसभा सीट उस समय खाली हुई थी, जब इसके कांग्रेस विधायक डॉ राज कुमार संसदीय चुनावों से ठीक पहले आप में शामिल हो गये और सांसद बन गये थे।