बागेश्वर: बाबा अलख मुनि की मौत का खुलासा, वाहन चालक व अन्य बाबा निकले आरोपी
✍️ दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले का किया पर्दाफाश, पुलिस को इनाम
✍️ जंगल में बाबा गिरे, तो साथ छोड़कर चल दिए थे दोनों आरोपित
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: अंग्यारी महादेव मंदिर के बाबा अलख मुनि महाराज की संदिग्ध मौत के मामले का पर्दाफाश हो गया है। उनकी मौत के जिम्मेदार दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक उन्हीं का शिष्य और दूसरा वाहन चालक है। दोनों को न्यायालय में पेशी के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। एसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम के लिए 2500 रुपये का इनाम घोषित किया है।
बुधवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता बुलाकर पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोड़के ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना एवं जांच—पड़ताल के पता चला कि बाबा अलख मुनि 18 नवंबर, 2024 को बद्रीनाथ गए थे। करीब 40 सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने देखी। इसके बाद प्रकाश में आया कि बाबा अलख मुनि के साथ वाहन चालक हरेंद्र सिंह रावत तथा एक अन्य बाबा अर्जुन गिरी, जो उन्हीं का शिष्य बताया जा रहा है, भी था। 23 नंवबर को तीनों एक ही वाहन से अंग्यारी महादेव मंदिर के लिए चले। चालक हरेंद्र सिंह रावत व बाबा अर्जुन गिरी ने शराब का सेवन किया था। अंग्यारी मंदिर तक पहुंचने से कुछ पहले ही उन्हें अंधेरा हो गया था। इसी दौरान संकरे मार्ग में बाबा अलख नाथ फिसल गए, तो उन्हें इन दोनों ने निकाला और संभालकर उन्हें मंदिर की ओर ले जा रहे थे, तो बताया गया है कि इस बीच बाबा अलख मुनि ने उन्हें गालियां देनी शुरु कर दी और गाली से आक्रोशित होकर दोनों ने बाबा अलख मुनि को सहारा देना छोड़ दिया, तो वे मार्ग से नीचे जा गिरे, मगर ये दोनों उन्हें छोड़कर वहां से चल दिए। किसी को उनके गिरने की सूचना तक नहीं दी।
पुलिस ने दोनों आरोपितों के विरुद्ध धारा 103/238 बीएनएस में मामला दर्ज किया है और दोनों आरोपितों बाबा अर्जुन गिरी पुत्र किशन सिंह, निवासी कला डोईवाला देहरादून, मूल निवासी शिव बिहार, थाना करावल नगर, नई दिल्ली तथा वाहन चलाक हरेंद्र सिंह रावत पुत्र कृपाल सिंह रावत निवासी देवरखटोरा, पोस्ट देवर, थाना व जिला चमोली को थाना बैजनाथ के कंधार क्षेत्र से गिरफ्तार किया। इन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ है। उल्लेखनीय कहा कि पिछले दिनों गरुड़ के राजस्व क्षेत्र पिंगलो में बाबा अलख मुनि का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा मिला था। इस पर मजकोट के पूर्व प्रधान मोहन सिंह गुंसाई ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।तहरीर में बताया था कि 25 नंवबर, 2024 को बाबा अलख मुनि महाराज बद्रीनाथ से अंग्यारी महादेव मंदिर आ रहे थे। मगर उनका शव मंदिर गेट की तरफ जंगल में मिला। इसकी जांच रेगुलर पुलिस के सुपुर्द की गई। बैजनाथ पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। फारेंसिक जांच की।