बागेश्वर : धामी ने दी राज्य के विकास को नई दिशा, पर्यटन और कनेक्टिविटी में कार्य अभूतपूर्व - चौहान
केदारखंड के बाद मानसखंड श्रृंखला में कुमाऊं की ऐतिहासिक धरोहरों को मिली विश्व पटल पर पहचान
बागेश्वर समाचार | भाजपा के राज्य मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन और राज्य के युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी की कुशल रणनीतिक सूझ ने राज्य को आज अलग दिशा दे दी है। सही मायनों में आज धामी राज्य में विकास के भागीरथ बन चुके है और देश-विदेश में भी उत्तराखंड को गौरवान्वित कर रहे है।
बागेश्वर में मीडिया से वार्ता के दौरान मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि अल्प समय में अपने पारदर्शी सुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ तमाम ताबड़तोड़ कार्यवाही से यह साबित किया है कि वह लीक से हटकर युवा, महिला और आम जन के हित में है वह उसी दिशा में कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में डबल इंजन की सरकार है और केंद्र के अत्यंत निकटता का लाभ राज्य को मिल रहा है तो इसमें सीएम धामी का अहम योगदान है। हालांकि पूर्व की कांग्रेसी सरकार भी डबल इंजन की रही है, लेकिन वह राज्य को कितना लाभ दिला पाए यह अंदाज इससे लग सकता है कि कांग्रेस नीत केंद्र सरकार ने उत्तराखंड का विशेष पैकेज छीन लिया और राज्य की कांग्रेस सरकार और सांसद मूक दर्शक बने रहे।
आज उत्तराखंड की गिनती तेजी से विकास की ओर बढ़ते राज्य और धामी देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों में सुमार हैं। सभी विधायकों के क्षेत्र में विकास कार्यो की समीक्षा, गढ़वाल क्षेत्र में केदार खंड के बाद कुमाऊं क्षेत्र में मानस खंड के जरिये विकास की कल्पना उनके कुशल और विजनरी व्यक्तित्व को साबित करता रहा है। ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिरों को विश्व पटल पर उभारने में उनका योगदान सामने है। एक राज्य में ढाई लाख करोड़ की योजनाएं केंद्र के सहयोग से धरातल पर चल रही है तो दूसरी और राज्य में ढ़ाई लाख करोड़ के निवेश के लक्ष्य को लेकर सीएम देश और विदेश में लगातार भ्रमण कर रहे है। मैदानी क्षेत्रों की भाँति पहाड़ों में कैसे उद्योग लगे वह इस कल्पना को धरातल पर उतारने जुटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय लक्ष्य की वर्तमान दशक उत्तराखण्ड का दशक है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सवा करोड़ प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं के अनुरूप कृत संकल्पबद्ध होकर प्रयास कर रहे हैं। और राज्य को वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को उत्तम एवं आत्मा निर्भर राज्य बनाने की दिशा में कदम बड़ाते हुए देश का अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लिया है।
लगभग 94000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। जिसमें बेंग्लेरू दौरे में 4600 करोड़, चेन्नई दौरे में 10,150 करोड़, यूएई में 15,475 करोड, ब्रिटेन में 12,500 करोड़ एवं दिल्ली में आयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रमों में 26,575 करोड़ के एमओयू (4 सितंबर को 7600 करोड़ एवं 4 अक्टूबर को दिल्ली रोड शो के दौरान 18975 हजार करोड़ रूपये, गुजरात अहमदाबाद में 20700 करोड़ रुपये) किये जा चुके हैं।
उत्तराखण्ड में रेल, सड़क एवं हवाई कनेक्टीविटी में गुणात्मक सुधार दिख रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निकट होने के कारण व्यापार और वाणिज्यिक हब और पड़ोसी राज्यों के साथ उत्कृष्ट कनेक्टीविटी का अतिरिक्त लाभ मिलना तय है। ऋषिकेश सेकर्णप्रयाग तक रेलवे लाईन तथा हरिद्वार, ऋषिकेश, बद्रीनाथ और केदारनाथ को जोड़ने के लिए ऑल वेदर रोड का निर्माण राज्य के भीतर कनेक्टीविटी बढ़ाने की कोशिश निवेशकों के लिए बड़े आकर्षण का कारण बने हैं। प्रदेश में निवेश आने से रोज़गार सृजन के साथ राज्य के आर्थिक संशोधनों में भी बृद्घि होगी। राज्य में स्वास्थ्य, शिक्षा पर्यटन, तीर्थाटन सहित सभी क्षेत्रों क्रांति की उम्मीद है।
जमरानी बांध परियोजना की वित्तीय स्वीकृति से तराई क्षेत्र का पांच दशको पुराना इंतजार समाप्त करने के लिए धामी का प्रयास अभुतपूर्व है। प्रदेश की जनता की तरफ से भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वार वित्तीय स्वीकृति एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए प्रयासों के लिए का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करती है।
अब वो दिन दूर नहीं जब इस परियोजना के बनने से समूचे क्षेत्र के कायाकल्प का हम सभी गवाह बनेंगे। इससे हल्द्वानी और आसपास के लाखों लोगों और उनके खेतों की प्यास बुझाने वाली जमरानी बांध परियोजना को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी से राज्यभर में खुशी की लहर दौड़ रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की लगातार कोशिशों के चलते इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए 1557 करोड़ की स्वीकृति ने पुनः साबित किया है कि मोदी जी देवभूमि के संरक्षक हैं। यह योजना 42 मिलियन क्यूबिक पानी से तराई के लाखों लोगों की प्यास बुझाने वाली है, नैनीताल उधम सिंह नगर ही नहीं यूपी के बरेली और रामपुर के 57 हजार एकड़ कृषि भूमि को सिंचित करेगी साथ 63.4 मिलियन यूनिट बिजली लाखों घरों को रोशन करने वाली योजना है।