बागेश्वर : अवैध खड़िया खनन पर ग्रामीणों में आक्रोश, डीएम को दिया ज्ञापन
बागेश्वर समाचार | खुल्दौड़ी में अवैध खड़िया खनन पर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्राम प्रधान ने आमरण अनशन की चेतावनी दी है। कहा कि पट्टाधारक की मनमानी कतई स्वीकार नहीं होगी। खनन से गांव को खतरा बना हुआ है। उन्होंने पट्टा निरस्त करने की मांग की।
शुक्रवार को ग्राम प्रधान खुल्दौड़ी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी अनुराधा पाल को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि खड़िया खनन पट्टाधारक मनमानी पर उतर आया है। उत्तराखंड माइंस एंड मिनरल्स और सन साइन माइंस एनजीटी के मकानों का उल्लंघन कर रहे हैं।
अवैध खनन से खुल्दौड़ी और तुपेड़ गांव की तीन हजार से अधिक जनसंख्या को खतरा पैदा हो गया है। खुदान से निकला मलबा खेतों में डाला जा रहा हे। कृषि योग्य भूमि परती होने लगी है। किसानों की भूमि और वन पंचायत की भूमि में बिना शासन, वन विभाग की अनुमति से सड़क का निर्माण कर दिया है।
यह खान एवं खनिज अधिनियम के उपबंधों का भी उल्लंघन है। बंदोबस्ती नक्शे में दर्ज रास्ता भी तहस-नहस हो गया है। जिसे सरकार ने 25 लाख रुपये में बनाया था। उसके ऊपर से लोडर मशीन चला दी है। खुल्दौड़ी मोटर मार्ग भी लोडर मशीनों के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है।
गडियार गधेरे में दो लाख रुपये से बने चेकडैम और टंकी भी क्षतिग्रस्त कर दी है। काकड़ीगैर तोक में खनन का मलबा बरसाती नाले में डाला जा रहा है। जिससे तल्लापानी, औसाणी, गोगीनापानी, चुटेगाड़ के अलावा तुपेड़ नाले से सटे राजेंद्र सिंह, नारायण सिंह, पूरन सिंह, आन सिंह, राजेंद्र सिंह, जीवन सिंह की दुकान खतरे में है। इस दौरान देव सिंह, दीवान सिंह, प्रेम सिंह केशर सिंह आदि उपस्थित थे।