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अल्मोड़ा: ऐतिहासिक नंदादेवी मेले की भव्यता पर मंडराए असमंजस के बादल

05:04 PM Aug 30, 2024 IST | CNE DESK
अल्मोड़ा में प्रेसवार्ता करते नंदादेवी मंदिर एवं मेला समिति के पदाधिकारी व सदस्य।
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✍️ एडम्स का मैदान नहीं मिलने से बढ़ी मुश्किल, मेला समिति आहत
✍️ जिला प्रशासन पर सहयोग नहीं देने का आरोप, अब होगा विरोध
✍️ मैदान के लिए अनापत्ति लेना समिति की​ जिम्मेदारी: एसडीएम

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में कई दशकों से आयोजित होते आ रहे ऐतिहासिक नंदादेवी मेले के आयोजन पर इस दफा पहली बार असमंजस के बादल मंडरा गए हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अटूट आस्था एवं पूरे देश में प्रसिद्ध यह मेला इस बार भव्य रुप में होगा या सीमित। इसकी वजह है स्थानाभाव। अनुनय—विनय के बाद भी इस बार एडम्स गर्ल्स इंटर कालेज का मैदान मेले के लिए नहीं मिल पा रहा है। इससे नंदादेवी मंदिर एवं मेला कमेटी आहत है। कमेटी का आरोप है कि जिला प्रशासन सहयोग नहीं दे रहा है। इस असहयोग के विरोध में कमेटी ने रणनीति तय कर आंदोलन की ठानी है और कहा है कि यदि मेला आयोजन के लिए एडम्स का मैदान उपलब्ध नहीं हुआ, तो मेला सीमित रुप में किया जाएगा। (आगे पढ़ें)

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आज नंदादेवी मंदिर परिसर में नंदादेवी मंदिर एवं मेला समिति ने प्रेसवार्ता आहूत की। जिसमें समिति की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व सदस्यों की मौजूदगी में अध्यक्ष मनोज वर्मा व सचिव मनोज सनवाल ने कहा कि पौराणिक नंदादेवी मेला ऐतिहासिक है, जिसका प्रतिवर्ष महीनों से लोग इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी संस्कृति एवं परम्पराओं के संरक्षण के लिए सदियों से यह मेला होता आ रहा है। नंदादेवी मंदिर परिसर में स्थानाभाव को देखते हुए पिछले कुछ वर्षों से जन सुविधा और मेले की भव्यता के लिए इस मेले को निकट ही एडम्स गर्ल्स इंटर कालेज के मैदान तक फैलाया गया। उन्होंने बताया कि इस बार अनुरोध के बाद भी विद्यालय प्रबंधन एवं जिला प्रशासन ने एडम्स का मैदान को मेले के लिए उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन द्वारा सहयोग नहीं दिए जाने के कारण इस बार ऐतिहासिक नंदादेवी मेले के आयोजन पर संकट आ गया है। (आगे पढ़ें)

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समिति के​ अध्यक्ष मनोज वर्मा व सचिव मनोज सनवाल ने इस बात को भी सांस्कृतिक नगरी का दुर्भाग्य बताया है कि ऐतिहासिक नंदादेवी मेले के आयोजन के संबंध में पूर्व में डीएम द्वारा बैठकें ली जाती रही हैं, किंतु विगत दो वर्षों से जिलाधिकारी ने बैठक से किनारा कर लिया है और बैठक में एसडीएम आ रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जाहिर की कि सरकार ने विगत वर्ष नंदादेवी मेले के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की थी, परंतु यह धनराशि आज तक नहीं मिल पाई। यह आरोप भी लगाया कि एक ओर सरकार अपने संस्कृति व लोक विधाओं को आगे बढ़ाने की बात करती है, दूसरी ओर संस्कृति विभाग द्वारा इस ऐतिहासिक मेले में सांस्कृतिक दलों की कटौती की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला व्यापार मंडल के अध्यक्ष द्वारा एडम्स के मैदान को मेला आयोजन के लिए उपलब्ध नहीं कराने संबंध पत्र एडम्स विद्यालय प्रबंधन को लिखा। इसी क्रम में विद्यालय प्रबंधन ने मैदान देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि जिलाधिकारी चाहें, तो मेले के आयोजन के लिए विगत वर्षों की भांति एडम्स का मैदान उपलब्ध करा सकते हैं, किंतुु डीएम ने वार्ता में ऐसा करने से मना कर दिया है। (आगे पढ़ें)

कमेटी पदाधिकारियों ने कहा कि प्रशासन के उक्त असहयोग के खिलाफ रणनीति तय की जा रही है। जिसके तहत धरना देकर विरोध किया जाएगा। जल्द ही तय किया जाएगा कि मेला भव्य रुप में होगा या सीमित। उन्होंने यह भी कहा कि यदि नंदादेवी मंदिर परिसर के सीमित स्थान में ही मेला हुआ और भीड़ उमड़ने से यदि कोई अप्रिय घटना ​घटित होती है, तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। पत्रकार वार्ता में मंदिर व मेला कमेटी के अध्यक्ष व सचिव के अलावा डा. निर्मल जोशी, दिनेश गोयल, तारा चंद्र जोशी, अमरनाथ सिंह नेगी, अनूप साह, अर्जुन बिष्ट, जगत तिवारी, राजेंद्र बिष्ट, हरीश कनवाल, गीता मेहरा, मीना भैसोड़ा सहित कार्यकारिणी के कई पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। (आगे पढ़ें)
::बाक्स समाचार—1::
विद्यालय से मैदान की अनापत्ति लेना समिति की​ जिम्मेदारी: एसडीएम

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अल्मोड़ा: मां नंदादेवी मेले के संबंध में उप जिलाधिकारी सदर जयवर्धन शर्मा का कहना है कि नंदादेवी मंदिर एवं मेला समिति ने एडम्स गर्ल्स इंटर कालेज के मैदान में मेला आयोजन की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन एडम्स गर्ल्स इंटर कालेज प्रबंधन ने पठन-पाठन कार्य में व्यवधान एवं छात्राओं व अध्यापिकाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत अनापत्ति देने से मना किया गया है। उन्होंने कहा है कि विद्यालय प्रबंधन से मैदान के लिए अनापत्ति प्राप्त करना मेला समिति की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि मामले में समन्वय के लिए जिला प्रशासन ने सम्बन्धित पक्षकारों के मध्य गत 24 अगस्त व 28 अगस्त को बैठक भी की। इसके बाद नंदादेवी मंदिर प्रांगण में ही मेले का आयोजन करने के संबंध में अवगत ​करा दिया। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान मेला समिति को शान्ति व्यवस्था व अन्य वांछित विभागीय सहयोग नियमानुसार प्रशासन द्वारा दिया जाएगा। (आगे पढ़ें)
:: बाक्स समाचार—2::
सरकार का दोहरा चरित्र उजागर: तारा

अल्मोड़ा: नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारा चंद जोशी ने नंदादेवी मेले की भव्यता पर मंडरा रहे असमंजस के बादलों के लिए जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व एवं संस्कृति के विकास की बात करने वाली भाजपा सरकार नंदादेवी जैसे ऐतिहासिक मेले के लिए स्थान उपलब्ध नहीं करा पा रही। जिससे सरकार का दोहरा चरित्र उजागर हो रहा है। जिससे संस्कृति प्रेमी व रंगकर्मी आहत हैं।

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