अंकिता हत्याकांड प्रकरण: बागेश्वर में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
👉 नाम उजागर होने पर वीआईपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
👉 प्रकरण को लेकर सरकार पर लगाए कई आरोप
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: अंकिता हत्याकांड का लंबे समय बाद भी खुलासा नहीं होने पर यहां कांग्रेस आज फिर गुर्रायी। नाराज कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पुतला फूंक डाला और जल्द घटना का खुलासा नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।
जिलाध्यक्ष भगवत सिंह डसीला के नेतृत्व में कार्यकर्ता बुधवार को एसबीआई तिराहे पर एकत्रित हुए। यहां नारेबाजी के साथ सीएम का पुतला दहन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि अंकिता हत्याकांड में जिस आरएसएस नेता व वीआईपी का नाम सामने आ रहा है, उनके खिलाफ प्रदेश सरकार कार्रवाई करने से पीछे हट रही है। यह आरोप भी लगाया कि अंकिता हत्याकांड का केस लड़ रहे अभियोजन अधिकारी का उत्पीड़न किया जा रहा है। उसे केस लड़ने के लिए सरकार से मिलने वाली राशि तक नहीं दी जा रही। उनकी पत्नी का मिड पिरियड में देहरादून से पिथौरागढ़ तबादला किया गया है। कांग्रेसजनों ने भुगतान करने व उनकी पत्नी का तबादला आदेश रद करने की मांग की है। उन्होंने श्रीकोट नर्सिंग कॉलेज का नाम अंकिता भंडारी के नाम पर रखे जाने की मांग की है।
कांग्रेसजनों ने हत्यारोपी के कॉलों की जांच की जाए। चेतावनी दी कि यदि इन मांगों की अनसुनी की गई, तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। सोमवार को आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा। इस मौके पर कवि जोशी, राजेंद्र टंगड़िया, दान सिंह, लक्ष्मी धर्मशक्तू, प्रमोद जोशी, हरीश त्रिकोटी, हरीश परिहार, मोहन राम, गोपाल राम टम्टा, गीता रावल, दिव्यांशु, रमेश भंडारी आदि मौजूद रहे।