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बागेश्वर: एक साथ 07 चिकित्सकों के तबादलों से कांग्रेस में उबाल

10:06 PM Aug 25, 2024 IST | CNE DESK
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चेतावनी दी: बिना प्रतिस्थानी के कार्यमुक्त किया, तो बड़ा आंदोलन होगा खड़ा

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: यहां जिला चिकित्सालय सहित जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों से 07 चिकित्सकों स्थानांतरण से कांग्रेसियों में उबाल है और उन्होंने चेतावनी दे डाली है कि यदि बिना प्रतिस्थानी के किसी भी चिकित्सक को कार्यमुक्त किया गया, तो कांग्रेस बड़ा आंदोलन खड़ा कर देगी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने अस्पताल की कई खामियां गिनाईं।

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जिला कांग्रेस कमेटी बागेश्वर ने पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता आहूत की। जिसमें कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगत डसीला ने कहा कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य सुविधाओं को खत्म करने का काम करते आ रही है। नियमित चिकित्सकों को स्थानांतरित कर कांट्रेक्ट के आधार पर पर्वतीय क्षेत्र के अस्पतालों में डाक्टरों की नियुक्ति कर रही है। उन्होंने कहा कि यह पर्वतीय क्षेत्रों की जनता की घोर उपेक्षा को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर​ जिले के चिकित्सालयों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला व उप जिला चिकित्सालय से आठ से दस सीनियर व जूनियर चिकित्सकों का तबादला कर दिया गया है। जिनमें बाल रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन, रेडियोलॉजिस्ट तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्थानांतरणों को निजी अनुरोध और जनहित में होना बताया गया है और यह तर्क तथ्यहीन है। इनके प्रतिस्थानी के नाम भी नहीं दिए गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि चिकित्सकों के स्थानांतरण से किसका हित हुआ हैं?

उन्होंने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी से पुरजोर मांग की कि बिना प्रतिस्थानी के पहुंचे स्थानांतरित चिकित्सक को कार्यमुक्त नहीं किया जाए। उन्होंने मानसून सत्र/आपदा काल में चिकित्सकों के तबादलों पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। इसके अलावा कहा कि बागेश्वर के चिकित्सालय में सिटी स्कैन तो लगा दी, किंतु न्यूरो सर्जन नियुक्त नहीं हो सके। जनपद चिकित्सालय में कार्डोलाॅजिस्ट तक नहीं है। यही वजह रही कि हाल में विधायक पार्वती दास एवं काण्डा क्षेत्र की महिला को एयर एंबुलेंस से हायर सेंटर भेजना पड़ा था। अव्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि घंटो तक इंतजार के बाद भी रेफर मरीजों के लिए एबुलेंस नहीं मिल पाती है। वहीं ब्लड बैंक हैं, लेकिन बार-बार रेडक्रॉस सोसाइटी के प्रयासों से खून की उपलब्धता हो पाती है। उन्होंने खामियां गिनाते हुए कहा कि जिला मुख्यालय के चिकित्सालय में एकमात्र पर्ची काटने का काउंटर हैं, जहां पर्चा कटाने के लिए तक लंबी लाइन में लंबा इंतजार करना पड़ता है। प्रेसवार्ता में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, कवि जोशी, राजेंद्र टंगड़िया, राजेंद्र परिहार, हरीश त्रिकोटी व गोकुल परिहार आदि मौजूद रहे।

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