Breaking : कांग्रेस के दिग्गज पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भाजपा में शामिल
राहुल गांधी जहां भी गए, वहां हुआ कांग्रेस का सफाया : यादव
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा है। अबक बार मध्य प्रदेश की राजनीति में खलबली मची है। यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचारी ने Congress को त्यागते हुए भाजपा का दामन थाम लियय है। उनके साथ दर्जन भर से अधिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
Suresh Pachauri Join BJP: उल्लेखनीय है कि धार से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, पूर्व विधायक संजय शुक्ला व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी समेत कांग्रेस के दर्जन भर से अधिक नेतागण भाजपा में शामिल हो गए हैं। सुरेश पचौरी के अलावा इंदौर के संजय शुक्ला और विशाल पटेल जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने आज शनिवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। Congress छोड़ने वाले इस सभी नेताओं को भोपाल में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में एक बैठक में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के अलावा विशाल पटेल, गजेंद्र सिंह राजू खेड़ी, संजय शुक्ला, अर्जुन पलिया, आलोक चंसोरिया, कैलाश मिश्रा, योगेश शर्मा, अतुल शर्मा, सुभाष यादव, दिनेश ढिमोले, सुभाष यादव आदि शामिल हैं।
महात्मा गांधी की भावना का सम्मान कर रहे राहुल गांधी : सीएम
इधर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जारी बयान में कहा कि कांग्रेस में सबसे दुर्भागयपूर्ण बात तो यह है कि राहुल गांधी का नेतृत्व निराशा पैदा कर रहा है। कांग्रेस का नेतृत्व स्वच्छ और साफ सोच रखने वालों को हतोत्साहित कर रहा है। आज की तारीख में कोई भी स्वाभिमानी आदमी कांग्रेस के लिए काम नहीं करना चाहेगा। सीएम ने तंज कसते हुए कहा कि मैं तो कहूंगा राहुल गांधी दो-तीन यात्रा और निकालो। जहां भी राहुल गांधी जाते हैं, वहां कांग्रेस साफ हो जाती है।उन्होने कहा कि महात्मा गांधी की भावना को राहुल गांधी पूरा कर रहे हैं। महात्मा गांधी ने कहा था कि आजादी के बाद कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए।
सुरेश पचौरी संक्षिप्त परिचय
- 04 बार सांसद और कांग्रेस की सरकार में कई मंत्रालयों के केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहे।
- साल 1972 में एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया।
- 1984 में राज्य युवा कांग्रेस अध्यक्ष बने।
- 1984 में राज्यसभा के लिए चुना गया।
- साल 1990, 1996 और 2002 में वे फिर सांसद बने।
- 1999 में भोपाल सीट से उमा भारती के खिलाफ चुनाव लड़ा, पराजित हुए।
- 2013 में दिवंगत नेता सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा से भी हार का सामना किया।
- केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने रक्षा, कार्मिक, संसदीय मामले, सार्वजनिक शिकायत और पेंशन के साथ ही कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष भी रहे।