जहर देकर मारते थे पशु, फिर होटल—ढाबों में होता था खतरनाक मीट सप्लाई
CNE DESK/क्या आप लंबी यात्रा के दौरान हाईवे पर स्थित अंजान होटल व ढाबों में नॉनवेज खाते हैं। तो सावधान हो जायें। ऐसा करना बहुत घातक हो सकता है। पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भांडाफोड़ किया है। जो पशुओं को पहले जहर देकर दर्दनाक मौत देता था। उसके बाद जहर खाकर मरे मृत पशुओं का मीट हाईवे के होटल—ढाबों में खतरनाक मीट सप्लाई किया जाता था।
यह मामला राजधानी दिल्ली के पास उत्तर प्रदेश के हापुड़ का है। पुलिस ने यहां एक ऐसे गिरोह का भांडा फोड़ा है, जिसका काम बहुत ही खराब था। इस गैंग में शामिल लोग मीट सप्लाई करने का काम करते थे। इनके पास से 8 क्विंटल गोश्त, पशु कटान के उपकरण, एक तमंचा, एक कारतूस व दो गाड़ियां बरामद हुई हैं।
दिल्ली—यूपी हाईवे के कई होटल—ढ़ाबों में होती थी सप्लाई
पुलिस के अनुसार इनके द्वारा दिल्ली व यूपी के आस—पास होटल व ढाबों में बेहद खतरनाक मीट सप्लाई किया जा रहा था। अधिक मुनाफा कमाने के लिए यह गिरोह पशुओं को जहर देकर मारता था। फिर उनका मांस काट बाजार बेचने पहुच जाते थे। मीट बाजार से कम दाम पर मिलने के चलते होटल—ढाबे वाले इनसे लंबे समय से मांस खरीद भी रहे थे।
दरअसल, हापुड़ की नगर कोतवाली पुलिस रामपुर रोड पर वाहनों की तलाशी ले रही थी। इसी बीच शक के आधार पर दो वाहनों को रुकने का इशारा किया गया। वाहन रोकने के बजाए उसमें सवार लोगों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि करीब आधे दर्जन आरोपी फरार हो गये।
सीओ सिटी ने कही यह बात
सीओ सिटी हापुड़ स्तुति सिंह ने बताया कि पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया था कि दो गाड़ियों में पशुओं का खतरनाक मीट सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा है। इसके बाद पुलिस टीम चेकिंग में जुट गई। तलाशी के दौरान दो गाड़ियों से करीब आठ क्विंटल भैंस का मीट बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि दो युवकों को पकड़ लिया गया, जबकि कई भाग निकले। गिरफ्तार आरोपियों में सुमित पुत्र श्यामलाल निवासी मेरठ और शाकिब पुत्र राशिद निवासी अमरोहा है। सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने। सारे राज खोल दिए हैं। आरोपियों ने बताया कि वह पहले पशुओं को पहले जहर देकर मारते थे। बाद में मीट हाइवे स्थित ढाबों और होटलों पर सप्लाई किया जाता था।
गैंग में यह लोग भी शामिल
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दो युवकों के अलावा इस गैंग में शेखर ठेकेदार व उसके भाई विनय निवासीगण हापुड़, चांद पहलवान निवासी हापुड़, सौरव जाटव निवासी मेरठ, भूषण ठेकेदार निवासी हापुड़ हैं। इनका साथ देने वालों में करीब आधे दर्जन अन्य लोग भी हैं। जिनके खिलाफ भी पशु क्रूरता अधिनियम सहित 307, 429 आदि धाराओं में केस दर्ज किया है।