For the best experience, open
https://m.creativenewsexpress.com
on your mobile browser.
Advertisement

देवभूमि फिर शर्मसार : मासूम के साथ 3 लड़कों ने किया सामूहिक दुष्कर्म

04:26 PM Sep 03, 2024 IST | Deepak Manral
देवभूमि फिर शर्मसार   मासूम के साथ 3 लड़कों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
चार साल की मासूम के साथ स्कूल के चार लड़कों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
Advertisement

आरोपी मात्र 6, 10 व 11 साल के नाबालिग बच्चे

सितारगंज। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में एक ऐसा मामला आ गया है, जिसने न केवल देवभूमि को शर्मसार किया है, बल्कि यह अहसास दिला दिया है कि अब घोर कलियुग सामने आ गया है। यहां महज 4 साल की बच्ची के साथ तीन नाबालिगों ने दुष्कर्म किया है। बालिका को घायल अवस्था में सितारगंज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, तीन बालकों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जा रहा है।

जानिए इस अजीब सामूहिक दुष्कर्म में क्या बोले एस.एस.पी. —

Advertisement

प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के सितारगंज में मासूम बच्ची से उसके ही स्कूल के तीन बच्चों ने सामूहिक दुष्कर्म किया है। तीनों आरोपी नाबालिग हैं और उनकी उम्र 9 साल, 10 और 11 वर्ष है। आरोपियों में एक विशेष समुदाय का होने पर बवाल की आशंका को देखते हुए पुलिस ने एहतियातन भारी फोर्स तैनात कर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को संरक्षण में लिया है।

सितारगंज में एक गांव की महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसकी चार वर्षीय बेटी के साथ स्कूल में उसी के नाबालिग साथियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। वह ऐसे ही पढ़ने के लिए गांव के सरकारी स्कूल चली जाया करती है। स्कूल जाने के करीब दो-तीन घंटे बाद वह रोती हुई घर वापस आ गई। महिला ने जब रोने की वजह पूछी तो उसने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले तीन बच्चों ने उसके निजी अंगों के साथ छेड़खानी की है। इसके बाद महिला ने कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया। और बच्चे को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।

समुदाय विशेष के बालक को लेकर खासी चर्चा

खास बात यह है कि यहां दुष्कर्म के मामले में समुदाय विशेष के बालक को लेकर खासी चर्चा है। उसकी सही उम्र को लेकर भी मतभेद है। कहा जा रहा है कि वह इस पूरी घटना का सूत्रधार है और मौके से फरार भी हो चुका है। हम आम जनता से आग्रह करते हैं कि वह पुलिस जांच पूरी होने तक कोई निष्कर्ष नहीं निकालें और शांति—व्यवस्था व सामाजिक सौहार्द कायम रखें।

Advertisement


Advertisement
×