बागेश्वर: ह्वटसप पर मिली शिकायत की डीएम ने करा दी जांच
✒️ शिकायत मिली सही, लैब तकनीशियन पाया दोषी
✒️ तकनीशियन के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने व्हाट्सएप पर मिली एक शिकायत को गंभीरता से लिया। उन्होंने शिकायत की जांच कराई, तो जिला चिकित्सालय का लैब तकनीशियन इसके लिए दोषी पाया गया। इस पर डीएम ने अस्पताल के सीएमएस को तकनीशियन के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
मामले के अनुसार जिलाधिकारी अनुराधा पाल के समक्ष पिछले दिनों ह्वटसप पर एक शिकायत मिली। शिकायत ये थी कि शिकायतकर्ता ने जिला चिकित्सालय में थायराइड का परीक्षण कराने के लिए रक्त का नमूना दिया। जिसकी रिपोर्ट आने की तिथि तक रिपोर्ट नहीं मिली। कई बार अस्पताल के चक्कर काटे गए, लेकिन उसे निर्धारित तिथि के बाद रक्त परीक्षण की रिपोर्ट मिली। जिससे उसके इलाज में भी देरी हुई। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीएमएस डॉ. विनोद टम्टा को इसकी जांच करके आख्या प्रस्तुत करने को कहा।
जांच में शिकायत सही पाई गई और इसमें लैब तकनीशियन की लापरवाही उजागर हुई। सीएमएम ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी। आख्या के बाद जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए लैब तकनीशियन के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं समेत किसी भी राजकीय सेवा के कार्यों पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चिकित्सालय में सभी चिकित्सकों, अधिकारियों व कर्मचारियों से जनता के प्रति जवाबदेही तय करने व सेवाभाव से कार्य करने के आदेश दिए हैं।