बागेश्वर: अघोषित विद्युत कटौती से बेहाल दुग नाकुरी क्षेत्र
✍️ जनाक्रोश बढ़ा, गांवों की उपेक्षा का आरोप
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले के सीमावर्ती दुग-नाकुरी क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। गर्मी से निजात पाने के लिए अपने गांव आए प्रवासी सबसे अधिक परेशान हैं। उन्होंने विभाग पर गांव की उपेक्षा का आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि गांव की बिजली काटकर शहर को दी जा रही है। अधिकारी पलायन को बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
पुंगरघाटी विकास मंच के संयोजक हरीश कालाकोटी ने बताया इन दिनों गर्मियों की छुट्टी के चलते समूचा क्षेत्र गुलजार है, लेकिन अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। इन दिनों गर्मी भी जमकर पड़ रही है। जयपुर से घर आये पल्सों, चौरा निवासी सूबेदार भूपाल सिंह धपोला ने कहा कि उर्जा प्रदेश में गांव की बिजली काटकर शहरों में पूर्ति हो रही है। यह गलत निर्णय लिया जा रहा है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता दीवान सिंह कालाकोटी ने बताया कि विभागीय अधिकारियों के मनमानी का खामियाजा गांव में रह रही जनता को उठाना पड़ रहा है, गाँव में बिजली, पानी, स्वास्थ्य, यातायात जैसी जरुरतों के अभाव में पलायन बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि गांव के लोग बिजली, पानी का बिल जमा करने जिला मुख्यालय जा रहे हैं। इस काम में भी उनका समय व धन बर्बाद हो रहा है। उसके बावजूद लगातार बिजली कटौती हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पुंगरघाटी के करुली, तुपेड, चौरा, दोफाड़, बनलेख तथा रीमा तक के लोग प्रभावित हैं। उन्होंने विभाग से अघोषित कटौती बंद करने की मांग की है। इधर ऊर्जा निगम के ईई मोहम्मद अफजाल ने बताया कि इन दिनों बनलेख, कपकोट तथा अन्य सब स्टेशनों में मरम्मत कार्य चल रहा है। इस कारण दिक्कत हो रही है। 12 जून के बाद समस्या दूर हो जाएगी।