अल्मोड़ा: कुमाउंनी में शोध कार्य को बढ़ावा देने पर जोर
✒️ 'सत्यप्रेमी' के कुमाउंनी शोध ग्रंथ का विमोचन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: यहां नगर पालिका परिषद सभागार में 'पहरू' कुमाउंनी मासिक पत्रिका के तत्वावधान में गत दिनों आयोजित कार्यक्रम में कुमाउंनी शोध ग्रंथ 'कुमाउंनी परिनिष्ठित पद्य साहित्य में प्रकृति चित्रण' का विमोचन हुआ। यह शोध ग्रंथ राजकीय इंटर कॉलेज चौखुटिया में शिक्षक डॉ. प्रवेश चंद्र जोशी 'सत्यप्रेमी' का है। उन्होंने यह शोध कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनाताल से किया है और अपना शोध कार्य पीएनजी राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय रामनगर के प्रोफेसर गिरीश चंद्र पंत के सानिध्य में पूरा किया। उन्हें 2022 में विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह में यह शोध उपाधि प्रदान की गई थी। डॉ. जोशी मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के ग्राम-छानी (मासी) के निवासी हैं।
इस विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ विवेकानंद इंटर कॉलेज रानीधारा अल्मोड़ा के छात्रों के स्वागत गीत एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ। जिसमें अतिथियों ने पुस्तक 'कुमाउंनी परिनिष्ठित पद्य साहित्य में प्रकृति चित्रण' का विमोचन किया। इस मौके पर अपने विचार रखते हुए वक्ताओं ने कुमाउंनी के उत्थान पर जोर देते हुए कहा कि कि कुमाउंनी में शोध कार्य को बढ़ावा दिया जाना चाहिए और कुमाउंनी के विकास के लिए एकजुट होकर पहल करनी होगी।कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमाउंनी साहित्यकार त्रिभुवन गिरि और संचालन नीरज पंत ने किया।
कार्यक्रम में 'पहरू' के संपादक डॉ. हयात सिंह रावत, प्रो. देव सिंह पोखरिया, डॉ. जेसी दुर्गापाल, खीम सिंह रावत, नगर पालिक पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, डॉ. जेसी दुर्गापाल ने अपने विचार रखे। इस मौके पर 'पहरू' के प्रबंध संपादक महेन्द्र ठकुुराठी, शशि शेखर जोशी, डॉ. रमेश पांडे 'राजन', नीलम नेगी, रूप सिंह बिष्ट, ललित तुलेरा, कमला बिष्ट, नारायण राम, विपिन जोशी 'कोमल', ऋतुराज जोशी, गोपाल चम्याल, केबी पांडेय, डॉ. धाराबल्लभ पांडेय, तारा सिंह बिष्ट, कैलाश चंद्र बिनवाल सहित आदि तमाम भाषा प्रेमी उपस्थित रहे।