सिरसा में तेंदुए की दहशत कायम, जंगल में गश्त लगा रहे वन कर्मी
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। क्षेत्र में तेंदुए की दहशत के बीच वन विभाग की टीम ने आज सिरसा ग्राम के आस—पास के जंगलों में कांबिंग की। वहीं, गत दिवस एक बालिका पर तेंदुए द्वारा हमले का प्रयास किये जाने से क्षेत्रवासियों में दहशत कायम है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल क्षेत्र में पिंजरा लगवाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस शनिवार को ग्राम सिरसा में लीला जीना व उनकी 20 वर्षीय पुत्री मिताली जीना लकड़ियां लेकर घर के भीतर दाखिल हो रही थी। तभी घर के आंगन के समीप ही घात लगाए बैठे एक तेंदुए ने लड़की मिताली पर हमला कर दिया। लड़की ने भाग कर अपनी जान मचाई। शोर मचाए जाने पर तेंदुआ पीछे हटा और फिर बकरी को उठा ले गया। यह घटना दोपहर दो बजे घटी थी।
घटना के बाद बकरी की तलाश शुरू की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। आज वन आरक्षी विपिन बिष्ट व वाचर दीवान बिष्ट द्वारा जंगल में कांबिंग की गई। वन कर्मियों का कहना है कि सुरक्षा को देखते हुए आए दिन गश्त जारी रखी जायेगी। साथ ही यहां पिंजरा लगाने की कार्रवाई शुरू करने के प्रयास किये जायेंगे।
तत्काल पिंजरा लगाने की मांग
पूर्व ग्राम प्रधान अनूप सिंह जीना ने प्रभागीय वनाधिकारी वन प्रभाग नैनीताल को सौंपे ज्ञापन में तेंदुए के आतंक से निजात दिलाने हेतु तत्काल पिंजरा लगवाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि ग्राम सभा सिरसा, तोक चौनीखेत में गुलदार का जबरदस्त आतंक है। वह दिन दहाड़े घरों के आस—पास घूमने लगा है। शनिवार दोपहर गुलदार उनकी बेटी पर झपट पड़ा और पास में चर रही बकरी को उठा ले गया। उन्होंने विभाग से गुलदार को पकड़ने के लिए तत्काल पिंजरा लगवाने की मांग की। ज्ञापन में भावना जीना, तरूण जीना, खीम सिंह, मंजू, लीला देवी, मिताली, पूरन जीना, बची राम, देवकी देवी आदि के हस्ताक्षर भी हैं।