बागेश्वर: जंगलों की आग से जूझने को फायर फाइटर तैयार
✍️ सात गांवों के फायर फायटरों को दिया प्रशिक्षण
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: सात गांवों के फायर फाइटरों का प्रशिक्षण दिया गया। वह जंगलों की आग को काबू करेंगे। शिविर हंस फाउंडेशन तथा वन विभाग ने संयुक्त रूप से आयोजित किया। वन विभाग ने फाइटरों को प्रमाण पत्र निर्गत किए।
प्रभागीय वनाधिकारी सभागार पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सामुदायिक विकास विशेषज्ञ खीम सिंह रावत ने किया। उन्होंने कहा कि फारेस्ट फायर प्रोजेक्ट के तहत जिले के 200 गांवों को शामिल किया गया है। गांवों में 1100 फायर फाइटरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रत्येक फाइटर का पांच लाख रुपये का बीमा भी कराया जाएगा। गांवों में हंस वन अग्नि प्रबंधन समिति भी गठित की गई है। समिति का बैंक में खात खोला गया है। उसमें आर्थिक मदद भी प्रदान की जाएगी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सीमा खेतवाल ने भी फाइटरों को जानकारी प्रदान की। कृषि विभाग के डिप्टी प्रोग्राम डायरेक्टर धीरज बिष्ट ने कृषि से संबंधित जानकारी दी। डा. चंदन ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के बारे में बताया। इस दौरान एसडीआरएफ एसआइ राजेंद्र सिंह रावत ने आपदा खोजबचाव का प्रशिक्षण दिया। लकड़ी, कंबल की सहायता से स्ट्रेचर बनाना, रस्सी तथा लकड़ी का स्ट्रेचर, टू हैंड शेक, थ्री हैंड शेक तकनीक, ब्लीडिंग होने पर उसे रोकना, रीवर क्रांसिंग आदि सीखाया। इस मौके पर आरओ श्याम सिंह करायत, चंदन राम आदि उपस्थित थे।