तीसरी बार, मोदी सरकार : उत्तराखंड से अजय टम्टा को आया दिल्ली से फोन
CNE DESK/किस्मत हो तो अजय टम्टा जैसी। अल्मोड़ा संसदीय सीट पर जीत का हैट्रिक लगाने वाले अजय टम्टा को आज दिल्ली से फोन आ गया है। पूरी उम्मीद है कि वह मंत्री बनेंगे। आज अजय टम्टा का नाम हर किसी की जुबान पर है, कि कभी बजरंग दल के पदाधिकारी रहे और मात्र 23 वर्ष की उम्र में राजनीति में कदम रखने वाले अजय टम्टा ने आज 52 वर्ष की उम्र में ऐसा राजनीतिक मुकाम हासिल किया, जो साबित करता है कि जब किस्मत साथ हो तो सब अच्छा ही अच्छा हो जाता है।
बता दें कि उत्तराखंड में अल्मोड़ा सीट से सांसद अजय टम्टा को केंद्र में भी बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। जानकारी मिली है कि अजय टम्टा को भी दिल्ली से फोन आया है। हालांकि वह केंद्र में मंत्री बनेंगे या राज्य मंत्री यह तो शाम तक ही स्पष्ट होगा। फोन आने की बात की उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने इसकी पुष्टि की है।
हैट्रिक लगाने वाले चौथे नेता बने अजय टम्टा
अल्मोड़ा संसदीय सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने वाले अजट टम्टा चौथे व्यक्ति हैं। इससे पूर्व यह रिकार्ड कांग्रेस के जंग बहादुर बिष्ट, पूर्व सीएम हरीश रावत और भाजपा के बची सिंह रावत के नाम दर्ज था।
अब तक 09 चुनाव, 06 बार जीत दर्ज
मोदी राज में हैट्रिक लगाने वाले अजय टम्टा ने 23 साल की उम्र में राजनीति की शुरुआत की थी। 09 बार चुनाव लड़ा और 06 बाद जीते। शुरूआती राजनैतिक जीवन में कभी वह बजरंग दल के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी रह चुके हैं।
जानिए राजनीतिक सफर —
- साल 1996 में जिला पंचायत सदस्य। इस साल जिला पंचायत उपाध्यक्ष भी।
- वर्ष 1999 से 2000 तक जिला पंचायत अध्यक्ष। सबसे कम उम्र का जिपं अध्यक्ष बनने का रिकार्ड बनाया।
- 2002 में सोमेश्वर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
- 2007 में भाजपा के टिकट पर फिर से विस का चुनाव लड़ा और देहरादून पहुंचे।
- 2009 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन जीत की दहलीज तक पहुंचने से चूक गए।
- 2012 में सोमेश्वर सीट से ही विधानसभा तक का सफर तय किया।
- भाजपा ने वर्ष 2014 में उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा इस पर वह खरे उतरे।
- 2019 के लोकसभा चुनाव में रिकार्ड मतों से लगातार दूरी जीत दर्ज की।
- 2024 के चुनाव में लगाई हैट्रिक।