हल्द्वानी : पार्थ हत्याकांड का खुलासा, दोस्त ने ही उतार दिया मौत के घाट; मैगी और नशा बना हत्या की वजह
हल्द्वानी समाचार | हल्द्वानी पुलिस ने पार्थ हत्याकांड का खुलासा कर दिया है, बुधवार को पुलिस बहुद्देश्यीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी हरबंस सिंह ने बताया कि बीते 31 अक्टूबर को आरके टेंट हाउस रोड में लामाचौड़ निवासी पार्थ राज सिंह का कार में शव मिला था। मामले में पार्थ के पिता राजेंद्र सामंत की तहरीर पर तीन दोस्तों पर मुकदमा दर्ज किया था।
जांच में कमल रावत निवासी धानमिल की हत्या में संलिप्तता पाई गई। जिसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी (कमल रावत) ने बताया कि उसका मैगी खाने को लेकर पार्थ से विवाद हो गया था। इसके बाद उनसे इस घटना को अंजाम दिया। अब आगे विस्तार से पढ़ें…
दरअसल, 31 अक्टूबर को आरके टेंट हाउस रोड में लामाचौड़ निवासी पार्थ राज सिंह का कार में शव मिला था। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर पुलिस टीमों का गठन किया गया। घटना के कुशल अनावरण हेतू घटना स्थल के आस पास के लगभग 120-150 सी.सी.टी.वी कैमरो को चैक किया गया तो घटनास्थल पहुंचने से पूर्व मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त व उसका दोस्त सिद्धार्थ उर्फ सिद्ध उर्फ सैमुअल व मंयक कन्याल, कमल रावत 04 लोग दिखाई दिये जिसमें से समय करीब रात्रि 11:15 बजे सिद्धार्थ अपनी मो. साइकिल से घर जाते हुए दिखाई दिया। घटनास्थल के आस पास के सी.सी.टी.वी कैमरो का गहनता से चैक किया गया तो दिनाँक 01/11/2023 की सुबह करीब 03:15 बजे मृतक पार्थ की कार से पार्थ के अलावा उसका दोस्त मंयक व अभि. कमल रावत आता दिखाई दिये और थोड़ी देर बाद समय करीब 03.22 बजे मयंक कन्याल भी घटना स्थल से अपने घर जाता दिखाई दिया।
मृतक पार्थ के साथ अंतिम समय तक अभि. कमल रावत उर्फ भदुवा ही मौजूद रहा। घटना के सम्बन्ध मे मंयक कन्याल के पूछताछ करने पर पता चला कि कमल रावत ही लास्ट तक पार्थ के साथ था व उसके द्वारा पार्थ राज सिंह सामन्त की हत्या की गयी है जो कि फरार चल रहा था जिसे दिनांक 21/11/23 को समय 04:30 बजे भाखडापुल के पास से मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया।
पूछताछ पर अभियुक्त ने बताया कि मैं (कमल रावत) व पार्थ राज सिंह सामन्त, सिद्धार्थ व मंयक कन्याल दोस्त है व हम सभी लोग शराब, स्मैक व डौरेक्स (मेडिकल नशा) आदि का नशा करते है दिनांक 31/10/23 की शाम को मैं, मयंक कन्याल, सिद्धार्थ व मृतक पार्थ राज सिंह एक साथ थे व उसके बाद हम मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त का फोन लेने तिकोनिया हल्द्वानी गए उसके बाद हमने कई जगहों पर स्मैक, शराब व डौरेक्स का नशा किया फिर सिद्धार्थ उर्फ सैमुअल उर्फ सिद्धू को उसकी मो. साइकिल के पास छोड़ दिया वह अपने घर चला गया उसके बाद जब हम तीनों (कमल रावत, मंयक कन्याल, मृतक पार्थ राज सिंह सामन्त) को भूख लगी तो हम लोग पार्थ की कार से रोडवेज पहुंचे पर वहां की दुकाने बंद होने के कारण मुखानी चौराहे पर पहुंच कर चाय की दुकान में बंद अण्डा, मैगी व लस्सी पी जब उसके लिए मैगी आयी तो मजाक में मैंने उसकी मैगी में स्पंज डाल दिया।
जिससे वह मुझे गाली देने लगा तथा जब नशे में मेरे हाथ से उसकी कार में लस्सी गिर गयी तो वह मुझसे कहने लगा साले दिखाई नहीं दे रहा है यह क्या कर दिया उसने मेरी वाली मैगी खायी व मैने स्पंज रखी वाली मैगी खायी जिसके बाद हम फिर हम तीनों कार से आर.के. टैण्ट हाउस वाली गली में वृन्दावन विहार खाली प्लाट में पहुंचे जहां मंयक ने पार्थ को स्मैक की पुडिया दी और पार्थ ने उसे 500 रुपये दिये मंयक ने पार्थ को स्मैक पिलाई उसके बाद मंयक ने कहा कि मुझे सुबह ड्यूटी जाना है कह कर घर चला गया उसके जाने के बाद पार्थ मुझे गाली देते हुये कहा कि तुझे कहा छोड़ना है व गन्दी गन्दी गालिया देने लगा मैं पार्थ को गाली ना दे बार बार कह रहा था लेकिन पार्थ चुप नहीं हो रहा था और लगातार माँ बहन की गाँलिया देते जा रहा था मुझे गुस्सा आ गया और मैंने उसका मुँह चुप कराने के लिए उसका नाक व मुँह को अपने हाथ से बंद कर दिया उसके बाद भी वह मुझे लगातार गाली दे रहा था जिस पर मेरा गुस्सा बढ़ गया और मैंने हाथ से उसका गला भी दबा दिया जिससे वह शांत हो गया।
मुझे लगा कि पार्थ नशे के कारण बेहोश हो गया या सो गया है फिर मैंने उसकी ड्राइविंग सीट को पूरा पीछे लिटाया और पार्थ के दोनों हाथ पकड कर ड्राइविंग सीट पर लिटा दिया व मैंने फिर से स्मैक पी मुझे बहुत नशा हो गया था और मैं गाडी की अगली सीट पर सो गया सुबह जब धूप मेरी आँखो पर पड़ी तब है उठा तो मैंने पार्थ को काफी हिलाया उठाया लेकिन पार्थ ने कोई हरकत नहीं कि मुझे घबराहट होने लगी मुझे समझ नहीं आ रहा था मुझे पसीना आने लगा मैंने अपने कपडे चैज किये फिर मौका देखकर पार्थ का फोन कार में ही छोडकर व कार के शीशे बंद कर अपने कपडे लेकर वहा से चला गया पार्थ की दोस्त आकांशा व मंयक का फोन आने पर मैने पार्थ के साथ हुई घटना को छुपाते हुए कहा कि पार्थ ने मुझे घर छोड दिया था और चला गया था।
दो तीन दिन बाद मुझे पता चला की पार्थ की मौत नशे के ओवर डोज से हुयी है तो मैं निश्चिन्त हो गया पर जब मुझे पता चला कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पार्थ की हत्या होना आया है तो मैं डर गया और कल हरिद्वार भागने की फिराक में था मैं पहले भी हरिद्वार में रह चुका हूँ पर मुझे पता था पुलिस मुझे तलाश कर रही है इस लिये मैं अलग-अलग साधनों से भाखडा पहुँचा था पर आप लोगों ने मुझे पकड़ लिया।
गिरफ्तार अभियुक्त व बरामदगी का विवरण- 22 वर्षीय कमल रावत उर्फ माईकल उर्फ भदुआ पुत्र विजय रावत निवासी धानमिल चौराहा बैंक ऑफ बडौदा के पीछे थाना हल्द्वानी।
पुलिस टीम
1- निरीक्षक हरेन्द्र चौधरी (प्रभारी निरीक्षक हल्द्वानी)
2- उ.नि. प्रमोद पाठक (थानाध्यक्ष मुखानी / विवेचक)
3- उ.नि. विमल मिश्रा (थानाध्यक्ष काठगोदाम)
4- उ.नि. नीरज भाकुनी (थानाध्यक्ष वनभूलपुरा
5- उ.नि. दीवान सिंह ग्वाल (चौकी प्रभारी आम्रपाली)
6- उ.नि. संजीत राठौर (चौकी प्रभारी आर.टी.ओ)
7- कानि. 589 ना.पु. महबूब अली
8- कानि. 857 ना.पु. धीरज सूगडा
9- कानि. 232 ना.पु. चन्दन नेगी
10- कानि. 671 ना.पु. रविन्द्र खाती
11- कानि. 276 ना.पु. जीवन कुमार
12- कानि. 532 ना.पु. अनूप तिवारी