हल्द्वानी (सड़क चौड़ीकरण मामला) : हजारों की संख्या में व्यापारी सड़क पर उतरा, मशाल जुलूस निकालकर किया जोरदार प्रदर्शन
हल्द्वानी समाचार | सड़क चौड़ीकरण मामले में बुधवार देर शाम व्यापारियों ने बाजार बंद कर मशाल जुलूस निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया, इस दौरान व्यापारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया। मशाल जुलूस में भारी संख्या में व्यापारी, महिलायें और युवा शामिल रहे। कल गुरुवार से प्रभावित व्यापारियों की दुकान शाम 4 बजे से बंद रखकर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त व्यापार संघर्ष समिति के आहवान पर सभी प्रभावित व्यापारियों ने शाम को अपने प्रतिष्ठान बंद कर महिला चिकित्सालय के सामने बाजार में एकत्र हुए। जहां से भारी संख्या में व्यापारियों ने नारेबाजी करते हुए मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस सिन्धी चौराहा, मंगलपड़ाव, कालाढूंगी चौराहा, ओके होटल, रोडवेज बस अड्डा, जिलाधिकारी कैम्प के पास से होते हुए पुनः महिला चिकित्सालय के सामने बाजार में पहुंचा। जहां व्यापारी नेताओं ने सभा कर मशाल जुलूस का समापन किया।
इस मौके पर प्रभावित व्यापारियों का कहना था कि उनकी पिछले 60 से 65 वर्षों से पुरानी दुकानें यहां मौजूद है। जिसमें वह अपना व्यापार करते रहे हैं। आज जिला प्रशासन की तुगलकी फरमान के चलते चौड़ीकरण के बहाने उनकी दुकानों को ध्वस्तीकरण का नोटिस भेजा गया है। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही के चलते उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट आन खड़ा है।
प्रदर्शनकारियों कहना है कि इस बावत वह केन्द्रीय राज्य मंत्री और भाजपा विधायक को भी अवगत करा चुके है, लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पायी है। जिस कारण प्रभावित व्यापारियों में शासन-प्रशासन के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। व्यापारियों ने शासन-प्रशासन को चेताते हुए कहा कि अगर वह अपनी ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को नहीं रोकता है, तो वे अपने आंदोलन को उग्र रूप में करने को बाध्य होंगे।
मशाल जुलूस में हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री ललित जोशी, प्रान्तीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा, देवभूमि व्यापार मंडल समिति के प्रदेशाध्यक्ष अमरजीत सिंह चड्डा, देवभूमि व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष हुकुम सिंह कुँवर, प्रांतीय नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, कांग्रेसी नेत्री मीमांशा आर्या आदि जनप्रतिनिधियों ने मशाल जुलूस में प्रतिभाग कर समर्थन दिया और कहा कि वे सब प्रभावित व्यापारियों के आंदोलन साथ खड़े हैं।
उनका कहना था कि जिला प्रशासन तानाशाही पर उतर आया है जिसे व्यापारी समाज किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। इधर संयुक्त व्यापार संघर्ष समिति ने बताया है कि कल गुरूवार को शाम 4 बजे से प्रभावित व्यापारीगण अपने प्रतिष्ठान बंद करके महिला चिकित्सालय के समाने बाजार में धरना प्रदर्शन करेंगे।
मशाल जुलूस में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता, जिला महामंत्री हर्षवर्द्धन पाण्डे, महानगर अध्यक्ष योगेश शर्मा, पवन वर्मा, धर्म प्रकाश यादव, हितेन्द्र भसीन, मनोज जायसवाल, रुपेन्द्र नागर, सौरभ भट्ट, राजीव अग्रवाल, गोविन्द बगड्वाल, दलजीत सिंह दल्ली, विनीता शर्मा, उर्वशी बोरा, सिद्धि सुयाल, पूर्व पार्षद राधा जोशी, प्रियंका शर्मा, उपेंद्र कनवाल, शिव कपूर, गौरव गुप्ता, गीता बिष्ट, सचिन गुप्ता, संदीप सक्सेना, मुकेश धींगरा, सतविंदर सिंह अरोड़ा, हरीश जोशी, किरन जोशी, कुसुम जोशी, विकास धींगरा, केतन गुप्ता, मोहम्मद अनीस, शिव कपूर, राजू जोशी, मुरली मनोहर मुलानी, अशोक कुमार, बलबीर सिंह, अशोक सिंधी, बलविंदर सिंह, इंदरजीत सिंह, बसन्त बाबा, संजय कुमार, गौरव गुप्ता, सागर अग्रवाल सहित पीड़ित व्यापारी उपस्थित रहे।
व्यापारियों के साथ... हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश
मशाल जुलूस में हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने व्यापारियों का समर्थन देते हुए कहा कि, जो व्यापारी इस समय अपनी दुकानों में होना चाहिए था वो सड़कों में मशाल जुलूस निकाल रहा है जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है, सन 1950 से इस क्षेत्र में व्यापार कर रहे व्यापारी को अतिक्रमणकारी बताकर जिला प्रशासन नाइंसाफी कर रहा है यदि इन्हें शहर का सौंदर्यीकरण करना ही था तो पहले आईएसबीटी बनाते, रिंग रोड बनाते फिर यदि आवश्यक होता तो बाजार की सड़कों को चौड़ा किया जाता, लेकिन व्यापारियों की दुकानों को तोड़कर शहर का सौंदर्यीकरण की बात बेईमानी है। हम पीड़ित व्यापारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है।
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेशाध्यक्ष नवीन वर्मा ने कहा कि, आज जिला-प्रशासन तानाशाही पर उतर आया है जिसे व्यापारी समाज किसी कीमत पर बर्दास्त नहीं करेगा, सौंदर्यीकरण करना अच्छी बात है लेकिन व्यापारियों के घर के चूल्हे बुझाकर शहर का विकास नहीं हो सकता। आज व्यापारियों में भारी आक्रोश है ये अभी पीड़ित व्यापारी ही सड़कों पर आया है हल्द्वानी में 8 हजार व्यापारी व्यापार कर रहा है यदि जिला प्रशासन अब भी नहीं चेता तो ये शहर को अराजकता की ओर धकेल रहा है कोई भी व्यापारी अपनी रोजी-रोटी पर आंच नहीं आने देगा।
आज के मशाल जुलूस में महिलाओं ने भी भागीदारी की और कहा कि हमारी जिलाधिकारी महिला होने के बाबजूद भी व्यापरियों का दर्द नहीं समझ पा रही है, जब हमको शाम की रोटी की तैयारी करनी है तब हमें अपने व्यापार के लिए संघर्ष करने को रोड पर आने को मजबूर होना पड़ रहा है, जिस जिले की जिलाधिकारी खुद एक महिला है और महिलाओं का दर्द ही नहीं समझ पा रही है।