इधर सुअर—बंदर बने आफत, उधर आवारा पशु मुसीबत
✒️ बागेश्वर में मुसीबत में काश्तकार व व्यापारी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले के गांवों में जंगली सूअरों व बंदरों के आतंक से काश्तकार पहले से परेशान हैं। वहीं शहर में बेसहारा जानवरों आफत बने हैं। काश्तकारों की वर्षभर मेहनत कर उगाई फसल को बेसहारा पशु नष्ट कर रहे हैं।
नगर में बेसहारा जानवरों का आतंक बना हुआ है। पालिका की कार्रवाई के बावजूद लोगों में भय नहीं है। नगरपालिका की सुस्ती से एक बार फिर बेसहारा मवेशी मुख्यालय की बाजारों में दिखने लगे हैं। यहां वर्तमान में 25 से अधिक मवेशी आवारा बाजार में घूम रहे हैं। नगरपालिका ने कुछ समय पहले आवारा मवेशियों को गो-सदन पहुंचाया था। उसके बाद टैगिंग कर पशुओं की गणना का दावा किया गया और बेसहारा छोड़ने वाले पशुपालकों पर कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन नगरपालिका के फरमान का कुछ असर नही दिखाई दे रहा हैं। वह जाम और राहगिरों को चोटिल कर रहे हैं। नगरपालिका के अधिशासी अभियंता हयात सिंह परिहार ने कहा कि इन पशुपालकों का पता लगाया जा रहा है जिसके बाद चालान किया जाएगा।