IAS Manisha Panwar : इस्तीफा मंजूर, इन कारणों से ले लिया वीआरएस
📌 पति भी साल 2017 में हुए थे स्वैच्छिक सेवानिवृत्त
Senior IAS Manisha Panwar VRS : 1990 बैच की कर्तव्यनिष्ठ आईएएस अधिकारी मनीषा पंवार ने वीआरएस ले लिया है। राज्यपाल ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। बकायदा इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।
जानिए आईएएस मनीषा पंवार के बारे में
आईएएस मनीषा पंवार उत्तराखंड कैडर में बतौर अपर मुख्य सचिव पद पर कार्यरत थीं। उनके पास कई अन्य महत्वपूर्ण विभाग भी रहे हैं। जिनमें उद्योग, श्रम, ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग आदि शामिल हैं। वह विश्व बैंक के सहयोग से चल रही योजनाओं का कार्यभार भी देख रही थीं। आईएएस अधिकारी के रूप में उनकी विशेष पहचान रही है। स्कूल एजुकेशन, हेल्थ डिपार्टमेंट और स्वास्थ्य शिक्षा सहित महिला सशक्तिकरण विभाग का दायित्व भी उन्होंने संभाला है। ज्ञात रहे कि वर्ष 2019 में good governance के लिए मनीषा पवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।
पति उमा कांत पवार भी आईएसएस से सेवानिवृत्त
बताना चाहेंगे कि मनीषा पवार (IAS Manisha Panwar) के पति उमा कांत पवार भी उत्तराखंड में आईएएस अधिकारी के रूप् में सेवा दे चुके हैं। साल 2017 में उन्होंने भी वीआरएस ले लिया था। तब उनकी सेवा के भी पूरे 9 साल बचे थे। जिस कारण तब वह भी काफी चर्चा में रहे थे।
इन्होंने क्यों लिया वीआरएस
आईएएस पवार ने महज 56 साल की आयु में अपना इस्तीफा सौंप दिया। जबकि उनकी चार साल की सेवा बाकी थी। पूरी संभावना थी कि यदि वह सेवा में रहतीं तो अपर मुख्य सचिव पद से प्रमोशन पाकर मुख्य सचिव बन जातीं। बताया गया है कि मनीषा ने यह फैसला लंबी बीमारी के चलते लिया है।
शासन ने जारी की अधिसूचना
सचिव कार्मिक शैलेश बगोली ने बताया कि उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दी गई है। बीमारी के चलते वह लंबी छुट्टी पर थीं। जारी अधिसूचना में कहा गया है कि आईएएस मनीषा पवार संवर्ग 1990 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति देने की राज्यपाल सहर्ष स्वीकृति प्रदान करते हैं।
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यहां देखिए जारी अधिसूचना —