सांप के काटने पर झाड़फूंक में समय ना गवाएं बल्कि हास्पिटल लाएं
✍🏻 बागेश्वर में पीएचसी व सीएचसी के चिकित्सकों का सर्पदंश को लेकर प्रशिक्षण
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसमें उन्हें सर्पदंश से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए प्रशिक्षित किया गया और अस्पताल में सर्पदंश से पीड़ित मरीज का उपचार करने पर जोर दिया। इस प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सीएमओ अनुपमा ह्यांकी ने किया।
सीएमओ सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में प्रशिक्षक डॉ. आशुतोष तिवारी ने कहा कि बारिश के सीजन में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती है। सांप शिकार करने व अपना बचाव करने के चक्कर में काट लेते हैं। इसलिए सांपों की जानकारी आम आदमी को होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि विषैले सांपों में अन्य सांपों की तुलना में अधिक धारियां होती हैं। उनकी पूछ शरीर की तुलना में अधिक पतली होती है। कांटने पर दो दांतों के निशान उभरते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को सांप काट लेता है, तो झाड़फूंक के चक्कर में समय नष्ट ना करें, बल्कि मरीज को अविलंब किसी नजदीकी अस्पताल में दिखाएं। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा इकाइयों में एएसबी (एंटी स्नेक बेनम) इंजेक्शन निशुल्क उपल्ब्ध हैं। सांप के काटने पर अस्पताल में इलाज कराएं। उन्होंने कहा कि 85 प्रतिशत तक सांप जहरीले नहीं होते हैं। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान, डॉ. हरीश पोखरिया, डॉ. प्रमोद जंगपांगी, डॉ. जितेश, डॉ. आकाश, डॉ. दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।