बागेश्वर: 'मेरा सपना—मेरा लक्ष्य' थीम के साथ जिले में अभिनव पहल
✍️ 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम डीएम आशीष ने शुरु किया प्रयोग
✍️ कलेक्ट्रेट में कार्यक्रम आयोजित कर बालिकाओं से रुबरु हुए जिलाधिकारी
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम के तहत जिले में मेरा सपना-मेरा लक्ष्य (म्यर स्वैण-म्यर लक्ष्य) थीम के साथ अभिनव पहल का शुभारंभ किया। इसके तहत ग्रामीण अंचलों एवं दूरदराज की बालिकाओं में छिपी प्रतिभाओं को निखारा जाएगा। बालिकाओं को कलेक्ट्रेट कार्यालय के साथ ही विकास भवन में संचालित कई विभागों की कार्यशैली तथा योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जरूरी जानकारी साझा की जाएगी। जिसकी शुरूआत बालिकाओं को जिलाधिकारी कार्यालय के विभिन्न पटलों का निरीक्षण व जानकारी देकर किया गया। शिक्षा विभाग व महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से जिलाधिकारी कार्यालय में 'मेरा सपना-मेरा लक्ष्य' कार्यक्रम आयोजित हुआ।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने बालिकाओं के साथ संवाद किया तथा उनके सपनों और लक्ष्यों के बारे में जानकारी ली। जिसमें अधिकांश बालिकाओं द्वारा शिक्षक, डॉक्टर बनने के साथ ही खेल, सेना, आईपीएस, आईएएस बनने का सपना बताया। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण अंचलों एवं दूर दराज की बालिकाओं के सपने और लक्ष्यों की जिज्ञासा को जानने के साथ ही उन्हें सरकारी तंत्र के अनेक विभागों को जानने और समझने के लिए जिले में इस अभिनव पहल शुरूआत की गयी है। इससे बालिकाओं के सपने और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग को नोडल विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसके तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा बालिकाओं को विभाग की कार्यशैली समझाते हुए उनकी रूचि के अनुसार जरुरी मार्गदर्शन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि महीने में दो से तीन बार बालिकाओ को जिले के सभी विभागों का भ्रमण कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व जिलाधिकारी आशीष भटगांई टिहरी, पौड़ी और उधमसिंह नगर में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करा चुके हैं।
कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी मोनिका, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, जिला खान अधिकारी जिज्ञासा बिष्ट, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल, अपर चिकित्साधिकारी अनुपमा ह्यांकी, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ मंजुलता यादव, शीतल पांडेय, खंड शिक्षा अधिकारी गरुड़ कमलेश्वरी मेहता सहित अन्य महिला अधिकारी व विभिन्न विद्यालयों की बालिकाएं मौजूद थी।