जल जीवन मिशन योजना का ढिंढोरा पीटा और पानी की बूंद नहीं
✍️ बागेश्वर के द्यौरड़ा गांव में खुली 'हर घर नल, हर घर जल' की पोल
✍️ बूंद—बूंद पानी को तरसे ग्रामीण, आंदोलन के मूड में गुस्साए ग्रामीण
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जहां जल जीवन मिशन योजना के तहत 'हर घर नल, हर घर जल' का खूब ढिढोंरा पीटा गया, वहीं इसके सच भी सामने आने लगे हैं। इस बात का ताजा उदाहरण जिले की ग्राम पंचायत रतौड़ा के द्यौरड़ा तोक बना है, जहां ग्रामीण बूंद—बूंद पानी को तरस गए हैं। लाखों रुपये से बनी जल जीवन मिशन योजना में एक बूंद भी पानी नहीं टपक रहा। ऐसे में ग्रामीणों में जबर्दस्त गुस्से में हैं और उन्होंने योजना की जांच करने तथा पानी की सुचारु आपूर्ति करने की पुरजोर मांग उठा दी है। ऐसा नहीं होने की दशा में उग्र आंदोलन की चेतावनी दे डाली है।
इसी सिलसिले में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है। जिसमें कहा गया है कि कि द्यौरड़ा गांव में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है। वह नौलों से पानी ढो रहे हैं। जंगल के बीच नौला होने से जंगली जानवरों का भय बना रहता है। गांव के लिए जल जीवन मिशन योजना बनी है। पानी नहीं आ रहा है। योजना बनने के बाद उसे देखने तक कोई नहीं आया है। पेयजल विभाग को सूचना दी गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने समस्या का समाधान करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान ममता जोशी, पार्वती, जानकी, हंसी, सुनीता पांडे, आनंद बल्लभ, हरीश जोशी, खीमानंद जोशी, जगदीश चंद्र पंत आदि उपस्थित थे।