स्कूल गए दो बच्चों का अपहरण ! सामने आई असलियत तो पुलिस भी हैरान
जानिए आखिर कैसे, एक खुराफाती आइडिया ने पुलिस—प्रशासन के उड़ा दिए होश
हरिद्वार। एक पिता ने अपने दो नाबालिग बच्चों के अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। जिसके बाद पुलिस के हाथ—पांव फूल गए और कई टीमें कथित रूप से अपहृत बच्चों की तलाश में दबिश देती रहीं। जब बच्चे सुरक्षित मिले तो अपहरण का मामला पूरी तरह झूठा पाया गया। पिता द्वारा ऐसी हरकत क्यों की गई, इसका पता चलने पर पुलिस के पांवों तले भी जमीन खिसक गई।
देखिए, क्या बोले स्वप्न किशोर सिंह (एसपी देहात)
दरअसल, यह मामला हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक बीती 14 सितंबर शनिवार के दिन धनपुरा थाना पथरी निवासी मुनव्वर पुत्र रियासत ने थाना पथरी पर आकर प्रार्थनापत्र दिया। जिसमें उसने कहा कि घर से स्कूल गए उसके 14 और 11 साल के दो नाबालिग बच्चों का किसी अज्ञात शख्स द्वारा अपहरण कर लिया गया है।
चूंकि यह प्रकरण नाबालिग बच्चों से जुड़ा था अतएव पुलिस ने गंभीरता से लिया। तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। वहीं इस मामले में एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा बच्चों की जल्द से जल्द बरामदगी के अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया। इसके बाद गठित की गई टीमों ने बच्चों की तलाश शुरु की।
बुआ के घर सुरक्षित मिले बच्चे
पुलिस टीम स्कूल के आसपास से सुराग जुटाते हुए ग्राम बसेड़ी पहुंची तो दोनों गुमशुदा बच्चे अपनी बुआ के घर पर सुरक्षित मिले। वहीं सादे वस्त्रों में पुलिस टीम ने बच्चों से उनकी कुशलता और घर से बिन बताए बुआ के घर आने की वजह पूछी। पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वह अपने पिता के कहने पर ही यहां आए थे।
स्कूल फीस जमा करने की बजाए रच दी यह साजिश
बच्चों की बुआ ने भी बताया कि बच्चे जब अचानक घर पहुंचे तो उन्होंने अपने भाई को मोबाइल कॉल कर इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद टीम द्वारा बच्चों के पिता मुनव्वर से पूछताछ की गई तो यह बात सामने आई कि दोनों बच्चे एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं जहां करीब एक लाख रुपये फीस जमा न होने पर स्कूल प्रबंधन बच्चों से फीस लेकर आने के लिए कह रहा था।
आरोपी मुनव्वर के खिलाफ कार्रवाई
इस बीच मुनव्वर के दिमाग में खुराफाती विचार आया और उसने स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाकर फीस माफ कराने के लिए अपने बच्चों के अपहरण का सारा नाटक रच दिया। वहीं मुनव्वर ने ठोस प्लानिंग के तहत पथरी पुलिस पर सहयोग न करने के आरोप लगाते हुए एसएसपी ऑफिस में गुहार लगाने की भी बात कही थी, लेकिन हरिद्वार पुलिस की दक्षता के चलते सारा सच सामने आ गया। वहीं पूरा घटनाक्रम सामने आने पर मुकदमा वादी के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्यवाई की जा रही है।