EducationHealthCovid-19Job Alert
Uttarakhand | Tehri GarhwalRudraprayagPithoragarhPauri GarhwalHaridwarChampawatChamoliUdham Singh NagarUttarkashi
AccidentCrimeUttar PradeshHome

जम्मू कश्मीर में उत्तराखंड का लाल प्रमोद डबराल शहीद

02:47 PM Sep 14, 2024 IST | CNE DESK
नायक प्रमोद डबराल (फाइल फोटो)
Advertisement

उत्तराखंड का लाल प्रमोद डबराल शहीद

Uttarakhand News | भारतीय सेना में गढ़वाल रायफल सेकेंड जम्मू कश्मीर में तैनात रुद्रप्रयाग जिले के जवाड़ी भरदार निवासी नायक प्रमोद डबराल शहीद हो गए हैं। उनका पार्थिव शरीर सैन्य जवानों की अगुवाई में आज सुबह जवाड़ी गांव लाया गया। यहां परिवार जनों के साथ ही ग्रामीणों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए। यहां से जवान के शव को अंतिम संस्कार के लिए मंदाकिनी-अलकनंदा नदी के संगम ले जाया गया। शहीद के बड़े भाई नरेश डबराल ने उन्हें मुखाग्नि दी। शहीद अपने पीछे माता-पिता, पत्नी, दो साल की बच्ची का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।

जम्मू कश्मीर में शहीद हुआ उत्तराखंड का जवान

बता दें कि रुद्रप्रयाग शहर से सटे गांव जवाड़ी निवासी प्रमोद डबराल (30 वर्ष) में देश के लिए शहीद हो गए हैं। बीती 12 सितंबर को आर्मी बस की छत पर ड्यूटी करते समय करंट लगने से वे झुलस हो गए थे। जिसके बाद उन्हें स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया। आर्मी के जवान आज सुबह उनके पार्थिव शरीर को जवाड़ी गांव लाए, जहां पहले से मौजूद सैकड़ों की संख्या में मौजूद ग्रामीण जोर-जोर से रोने लगे। परिजनों और ग्रामीणों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए।

Advertisement

रुद्रप्रयाग में हुआ शहीद प्रमोद का अंतिम संस्कार

इसके बाद शहीद के शव को गांव से पैदल अलकनंदा-मंदाकिनी के संगम तट पर लाया गया। उनके बड़े भाई राजेन्द्र डबराल ने उन्हें मुखाग्नि दी। छोटी सी उमर में नायक प्रमोद डबराल के शहीद होने से माता शांति देवी, पिता राजेन्द्र डबराल, पत्नी प्रिया सहित बहिन किरण और नीतू का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद की शादी तीन साल पहले ही हुई थी और वह अपने पीछे दो साल की बेटी को छोड़ गया हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल ने कहा कि रुद्रप्रयाग शहर से सटे भरदार पट्टी का लाल प्रमोद डबराल ड्यूटी के दौरान देश के लिए शहीद हुआ है। उन्होंने आर्मी में 10 वर्ष दो माह की सेवा दी।

शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल हुए सैकड़ों लोग

शहीद के बचपन के मित्र पंकज कप्रवाण ने बताया कि प्रमोद डबराल का व्यवहार बचपन से ही सबके साथ अच्छा रहा। उनकी मौत की खबर सुनते ही गांव में मातम का माहौल बन गया। भगवान केदार के श्रीचरणों में मित्र प्रमोद को स्थान मिले। शहीद की अंतिम शव यात्रा में राज्य सभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, विधायक भरत सिंह चौधरी, जिपं उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, जिला महामंत्री भारत भूषण भट्ट, अजय सेमवाल, केएन डोभाल, सूमी नेगी, कमल कप्रवाण, प्रसिद्ध समाजसेवी लक्ष्मी प्रसाद डिमरी सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।

Advertisement

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोक

सीएम धामी, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने जवान की शहादत पर शोक जताया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिखा, "जम्मू-कश्मीर में माँ भारती की रक्षा करते हुए रुद्रप्रयाग के प्रमोद डबराल जी के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। माँ भारती की सेवा करते हुए आपके द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान हम सभी को राष्ट्र रक्षा हेतु सदैव प्रेरित करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि !

हल्द्वानी में द ग्रेट खली का रेसलिंग शो आज, पुलिस ने जारी किया यातायात डायवर्जन प्लान

Advertisement

दु:खद हादसा: वैगनार कार दुर्घटनाग्रस्त, दो महिलाओं समेत 03 लोगों की मौत

 

 

Related News