क्वारब : खिड़की तोड़ भीतर घुसा तेंदुआ और उठा ले गया अपना शिकार, दहशत
📌 वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार ने लिया संज्ञान, भेजी जायेगी टीम
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी। उत्तराखंड के पर्वतीय भू—भागों में खूंखार वन्य जीवों का आतंक आम हो चुका है। जंगलों में बढ़ते मानवीय हस्तक्षेप के चलते जहां वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास सिमटते जा रहे हैं, वहीं तमाम शहर—गांव कंकरीट के जंगलों में तब्दील हो चुके हैं। इन हालातों में वन्य जीव शिकार की तलाश में इंसानी बसावत वाले इलाकों में पहुंचने लगे हैं। नैनीताल व अल्मोड़ा के सीमावर्ती गांवों में गुलदारों का सर्वाधिक आतंक देखा जा रहा है। गत दिवस यहां क्वारब में एक मकान की खिड़की तोड़ तेंदुआ अकरी को उठा ले गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत रात्रि भूपाल सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह के आवास से लगे गोठ की खिड़की तोड़ एक गुलदार (Leopard) भीतर दाखिल हो गया। जिसके बाद वह वहां से एक बकरी को उठा ले गया। वहीं क्वारब में ही दोपहर तीन बजे गुलदार ने एक गाय भी मार दी। जिससे पशु पालकों को जबरदस्त आर्थिक क्षति पहुंची है।
इधर सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल सिंह ने मामले की सूचना वन विभाग को दी है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में तेंदुओं का आतंक बहुत बढ़ चुका है। दिन दहाड़े उसकी आवाजाही दिख रही है। जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों को भी बहुत खतरा पैदा हो गया है। तेंदुआ पूरे इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका है।
प्रभावित क्षेत्र का होगा दौरा, सावधानी बरतें : प्रमोद कुमार आर्य
वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्य ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत मिली है। गुलदार (तेंदुआ) प्रभावित इलाके में वन विभाग की टीम भेजी जायेगी। उन्होंने आम जनता से अपील करी कि वह पालतू मवेशियों को अंधेरा होने से पहले सुरक्षित स्थान पर बांध दें। आग्रह किया कि स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को लेकर खास सावधानी बरती जाये। शाम ढलने के बाद बच्चों को बाहर नहीं घूमने दें। हर व्यक्ति सतर्कता बरते।