यूपी में बड़ा ट्रेन हादसा : डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतरी
Dibrugarh Gonda Train Accident | उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में बड़ा ट्रेन हादसा हो गया है। यहां गोरखपुर होते हुए चंडीगढ़ से असम जा रही चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) के 5 से अधिक डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी समेत रेलवे अफसर मौके पर पहुंच गए। एसडीआरएफ टीम द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। हादसा झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच गोसाई डिहवा में हुआ है। अयोध्या से इसकी दूरी 30 किमी. जबकि लखनऊ से 130 किमी. है।
यह ट्रेन गुरुवार रात 11:39 बजे चंडीगढ़ से रवाना हुई। गुरुवार दोपहर झिलाही स्टेशन के पास पलट गई। ट्रेन में सवार एक यात्री ने कहा-गोंडा से 20 किमी दूर करीब ढाई बजे हादसा हुआ। यहां से मनकापुर स्टेशन 5 किमी दूर है। हादसा इतना भीषण है कि ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से 100 मीटर दूर तक गिरे हैं। एसी कोच के डिब्बों की खिड़कियों के शीशे तोड़कर यात्री बाहर आए। हादसे के विचलित करने वाले फुटेज सामने आए हैं। इसमें दो यात्रियों के पैर कटे हुए नजर आ रहे हैं। जहां हादसा हुआ वहां से चारपाई से उठाकर घायल यात्रियों को ले जाया गया।
हादसे की सूचना पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा मौके पर पहुंची, उन्होंने बताया कि फिलहाल 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। इसके अलावा घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। फिलहाल राहत एवं बचाव कार्य जारी है। डॉक्टरों की टीम मौके पर मौजूद है, घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा। वहीं घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। प्रभावित रेल यात्रियों को बस द्वारा उनके गन्तव्य स्थान पर भेजा जा रहा है।
हादसे के बाद लखनऊ गोरखपुर रेल मार्ग बंद कर दिया गया है। कई ट्रेनों को डायवर्ट करने की सूचना है। चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के रेल यात्रियों की सहायता के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर लखनऊ- 8957409292, गोंडा- 8957400965 जारी किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोण्डा में हुई ट्रेन दुर्घटना पर गहरा दु:ख व्यक्त किया और जरूरी निर्देश दिये। सोशल मीडिया प्लेटफार्म “ एक्स” पर योगी ने शोक संदेश में कहा “ जनपद गोण्डा में हुई ट्रेन दुर्घटना अत्यंत दु:खद है। प्रभु श्रीराम से घायलों के शीर्घ स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रार्थना है।” मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में जिला प्रशासन के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने और घायलों को शीर्ष प्राथमिकता के साथ अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित उपचार के लिए निर्देश दिये।