For the best experience, open
https://m.creativenewsexpress.com
on your mobile browser.
Advertisement

अल्मोड़ा: कंपनियों के निदेशक मंडल व किसान उद्यम विकास के गुरों से रुबरु

04:52 PM May 29, 2024 IST | CNE DESK
अल्मोड़ा  कंपनियों के निदेशक मंडल व किसान उद्यम विकास के गुरों से रुबरु
Advertisement

✍️ काश्तकारों व कंपनी निदेशक मंडल का आरआईबी हवालबाग में शैक्षिक भ्रमण
✍️ केंद्र के कार्यों को समझा और सुविधाओं के बारे में जाना

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिले के ताड़ीखेत व हवालबाग ब्लाकों की फैड फार्मर प्रोड्यूसर कं​पनी के निदेशक मंडल ने काश्तकारों के साथ रुरल बिजनेस इन्क्यूबेटर, हवालबाग में दो दिनी शैक्षिक भ्रमण किया। जहां उन्होंने केंद्र के कार्यों तथा उद्यमिता विकास के लिए उठाए जा रहे कदमों की पाई। वहीं उद्यमियों को दी जाने वाली सुविधाओं से रुबरु कराया। साथ ही उनकी शंकाओं और समस्याओं का समाधान किया गया।

Advertisement

ताड़ीखेत ब्लाक में गठित विन्सर महादेव फैड फार्मर प्रोड्यूशर कम्पनी एवं हवालबाग ब्लाक में गठित हवालबाग फैड फार्मर प्रोड्यूशर कम्पनी के निदेशक मण्डल और काश्तकारों का रूलर बिजनेस इन्क्यूबेटर, हवालबाग में दो दिनी शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया। जिन्हें इन्क्यूवेशन मैनेजर योगेश भट्ट ने आरबीआई के कार्याें व उद्यमिता विकास पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। एक सफल उद्यमी के गुणों एवं उद्यम संचालन के लिए जरूरी बातों पर प्रस्तुतीकरण किया। उन्होंने बताया कि आरबीआई के माध्यम से उद्यमियों को विभिन्न प्रकार के आवश्यक प्रशिक्षण, उत्पाद प्रस्तुतीकरण, कानूनी औपचारिकताओं, पैकेजिंग एवं डिजिटल मार्केटिंग आदि विषयों पर जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि उद्यमियों को उनके उत्पादों की बेहतर पैकेजिंग, मार्केट लिंक समेत कई सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। वहीं उद्यमियों को वर्तमान प्रतिस्पर्धी बाजार में स्थान दिलवाने के उद्देश्य से ऑनलाईन मार्केटिंग के तौर-तरीकों के विषय में भी प्रशिक्षण आयोजित किये जाते हैं।

प्रतिभागियों को मुर्गी पालन, फल प्रसंस्करण एवं उद्यमिता से सम्बन्धित विभिन्न विषयों में जानकारी दी गयी। पशुपालन विभाग के पशु चिकित्सक डॉ. अंकित सिंह, विकास स्वायत्त सहकारिता हवालबाग की प्रशिक्षिका मंजू नेगी जानकारी प्रदान की। मंजू नेगी ने स्थानीय काश्तकारों से फलों से आचार, जैम, जूस तैयार करने की बात बताई। इसके अलावा सहकारिता द्वारा स्थानीय औषधीय एवं संगध उपजों का भी मूल्य वर्धन कर 05 प्रकार की हर्बल चार तैयार की जा रही है। कार्यशाला में प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से अपनी शंकाएं दूर कराई और समस्याओं का समाधान करवाया।

Advertisement


Advertisement
×