कपकोट क्षेत्र समिति की बैठक में सदस्यों ने जोरशोर से उठाई समस्याएं
✍️ विकास योजनाओं के बेहतर संचालन के लिए सीडीओ सम्मानित
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कपकोट क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक में सदस्यों ने अपने—अपने क्षेत्रों की समस्याओं के निदान की मांग की। जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र में विकास योजनाओं का बेहतरीन संचालन के लिए मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी को सम्मानित किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्र पंचायत प्रमुख गोविंद सिंह दानू ने कहा कि अधिकारियों को चाहिए कि वह जनता की समस्याओं का समय पर निराकरण करें ताकि एक ही समस्या को सदस्यों द्वारा बार बार न उठाना पड़े। उन्होंने अग्रणी आकांक्षी ब्लॉक के मापदंडों को पूरा करने में सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग की अपेक्षा की। सीडीओ आरसी तिवारी ने कहा कि सरकार द्वारा जनता के कल्याण के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है जिसका लाभ जनता को प्रदान करना प्रत्येक का कर्तव्य है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करके योजनाएं बनायी जाय। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी दी।
पोथिंग के क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेश गढ़िया ने कृषि यंत्र खरीद प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग की। जिला पंचायत सदस्य हरीश ऐठानी ने सब्सिडी वेंडर के खाते के बजाय काश्तकारों के खाते में डालने की बात रखी। सदस्यों ने जंगली सुवरों और बंदरों द्वारा फसल के नुकसान का मुद्दा उठाते हुए वन विभाग से जानवरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की। सदस्यों ने नगर पंचायत के लीमा में पात्र व्यक्तियों के राशन कार्ड बनाने की मांग की। सदस्य अर्जुन भट्ट ने क्षेत्र में गैस सिलेंडर की आपूर्ति तय दिन के अनुसार करने की मांग की।
रीमा घाटी के प्रधानों द्वारा अलग परिवार होने के बाद भी राशन कार्ड न बनने का मुद्दा भी उठाया गया, जिस पर 24 को रीमा और 30 को स्याकोट में खाद्य आपूर्ति विभाग का शिविर लगाने का प्रस्ताव रखा गया। शामा बडी पन्याली के ग्राम प्रधान ने राशन कार्ड संबंधित समस्या रखते हुए क्षेत्र में कैंप लगाने की मांग की। सदन में अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष बंसती देव, ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख हरीश मेहरा, कनिष्ठ प्रमुख रविंद्र सिंह, जिला विकास अधिकारी विम्मी जोशी, खंड विकास अधिकारी ख्याली राम समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।