अल्मोड़ा: निकाय चुनावों में विलंब पर विधायक मनोज तिवारी ने सरकार को घेरा
✍️ सरकार को लोकतंत्र व संविधान पर विश्वास नहीं होने का आरोप
✍️ नगर निकायों के विस्तार का निर्णय लोकतांत्रिक तरीके से हो
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: अल्मोड़ा के विधायक मनोज तिवारी ने निकाय चुनावों में देरी पर कड़ी आपत्ति जताई है और आरोप लगाया है कि सरकार को लोकतंत्र व संविधान पर विश्वास नहीं रह गया है। तभी वह चुनाव कराने से बच रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासकों की नियुक्ति के बाद 06 माह के भीतर निकायों के चुनाव हो जाने चाहिए थे, मगर प्रदेश में सरकार की हीलाहवाली के चलते 08 बीतने के बावजूद निकाय चुनावों की कोई उम्मीद नहीं जग सकी है।
विधायक मनोज तिवारी आज यहां एक होटल में पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि नगर निकायों का कार्यकाल एक दिसंबर 2023 को पूर्ण हो चुका है। इसके बाद नगर पालिकाओं व नगर निगमों में प्रशासक नियुक्त कर दिए गए थे। प्रशासकों की नियुक्ति के बाद 6 माह के अंदर नगर निकायों का चुनाव हो जाना चाहिए था, किंतु आठ माह बीतने के बाद भी ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का लोकतंत्र व संविधान पर विश्वास नहीं है, इसलिए वह इसके अनुसार चुनाव कराने से बच रही है। उन्होंने कहा कि आठ माह बाद भी निकाय चुनावों की कोई उम्मीद तक नहीं जगी है। आरोप लगाया कि सरकार कभी लोकसभा चुनाव, तो कभी कुछ और बहाना बनाकर इस चुनाव को टालने में लगी है।
विधायक तिवारी ने प्रदेश सरकार से तत्काल निकाय चुनाव कराने की मांग की। एक सवाल के जवाब में श्री तिवारी ने कहा कि सरकार द्वारा अल्मोड़ा नगरपालिका को नगर निगम बनाने की बात कर रही है, लेकिन सरकार जिन गांवों को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने जा रही है, वहां के लोगों से पहले राय ली जानी चाहिए। यह जानना चाहिए कि उन गांवों के लोग निगम क्षेत्र में शामिल होना चाहते हैं या नहीं। उन्होंने साफ किया कि यदि ग्रामीण नगर निगम के विरोध में उतरेंगे, तो वे व्यक्तिगत रुप से ग्रामीणों के साथ खड़े रहेंगे। इसलिए सरकार को चाहिए वह नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने वाले गांवों के ग्रामीणों से रायशुमारी करे।
इस मौके पर मौजूद निवर्तमान पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि न्यायालय ने भी सरकार को शीघ्र निकाय चुनाव कराने के निर्देश दिए, इसके बाद भी सरकार निकाय चुनाव कराने में हीलाहवाली बरत रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चुनाव से बचना चाहती है। उन्होंने कहा कि नये क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने के साथ ही उनके विकास के लिए बजट की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में नगरपालिका का विस्तार किया, लेकिन उन क्षेत्रों के विकास के लिए धन की कोई व्यवस्था नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बूथ की राजनीति के लिए निकाय क्षेत्रों का विस्तार कर रही है। उन्होंने कहा कि विस्तार के लिए सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से निर्णय लेना चाहिए। इस मौक पर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र भोज, नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक कुमार आदि मौजूद रहे।