For the best experience, open
https://m.creativenewsexpress.com
on your mobile browser.

सहस्त्रताल सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन संपन्न : रेस्क्यू कर कुल 13 लोगों को सुरक्षित बचाया गया, नौ ट्रैकर्स की मौत

01:28 PM Jun 06, 2024 IST | CNE DESK
सहस्त्रताल सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन संपन्न   रेस्क्यू कर कुल 13 लोगों को सुरक्षित बचाया गया  नौ ट्रैकर्स की मौत
Advertisement

उत्तरकाशी | उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के दौरान मौसम खराब होने के चलते रास्ता भटकने से नौ ट्रैकरों ने जान गंवा दी। सूचना मिलने पर प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 13 ट्रैकरों को सुरक्षित निकाल लिया। इनमें से 11 को एयरलिफ्ट किया गया था। दो को वन विभाग की टीम पैदल लेकर पहुंची। पांच के शव बुधवार को ही मिल गए थे, जबकि लापता चार ट्रैकर्स के शव आज गुरुवार को नटीण हेलीपैड लाए गए। रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त होने पर एसडीआरएफ की टीम भी उत्तरकाशी पहुंच गई है।

Advertisement

हादसे में घटनास्थल से सुरक्षित निकाले गए 8 लोगों को गत दिवस देहरादून भेजा जा चुका है। जबकि यहां रूके पांच अन्य ट्रैकर्स को आज देहरादून भेजा गया है। घटनास्थल से बरामद सभी नौ शवों को नटीण हेलीपैड से जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाकर पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की गई। कुछ देर बाद इन सभी शवों को वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से देहरादून भेजा जाएगा। आज सुबह घटनास्थल से एसडीआरएफ के तीन रेस्क्यूअर्स को भी हेलीकॉप्टर की मदद से नटीण लाया गया है और रेस्क्यू के लिए जमीनी रास्ते से आगे बढ़ रही टीमों को भी वापस लाने की कार्रवाई चल रही है।

Advertisement

टीम के अनुसार, आज वेंकटेश प्रसाद (53), पदमांधा कृष्णमूर्ति (50), अनिता रंगप्पा (60) और पद्मिनी हेगड़े (34) के शव लाए गए हैं। जबकि सिंधु वाकेलाम, आशा सुधाकर, सुजाता मुंगरवाडी, विनायक मुंगुरवाडी और चित्रा प्रणीत के शव बुधवार को लाए गए थे।

सुरक्षित निकाले गए ट्रैकर्स

सौम्या कनाले, स्मृति डोलस, शीना लक्ष्मी, एस शिवा ज्योति, अनिल जमतीगे अरुणाचल भट्ट, भारत बोम्मना गौडर, मधु किरण रेड्डी, जयप्रकाश बीएस, एस सुधाकर, विनय एमके, विवेक श्रीधर, नवीन ए, रितिका जिंदल शामिल थे।

Advertisement

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर हादसे की सूचना मिलते ही रातों-रात वायु सेना से लेकर निजी कंपनियों के हेलीकॉप्टर्स जुटाने के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रेस्क्यू करने में दक्ष व अनुभवी रेस्क्यूअर्स की अनेक टीमों को तैयार कर अगले दिन तड़के ही कई दिशाओं से जमीनी व हवाई रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया और दोपहर होने तक सभी जीवित ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया था।

मुख्यमंत्री शुरू से इस अभियान को लेकर निरंतर जिलाधिकारी से अपडेट लेते रहे। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में ट्रैकर्स की मौत होने पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को इस रेस्क्यू अभियान में हर संभव विकल्पों पर कार्रवाई करने के साथ ही उत्कृष्ट संसाधनों एव विशेषज्ञ रेस्क्यूअर्स को जुटाने के निर्देश देते हुए कहा था कि सहस्त्रताल क्षेत्र में फंसे जीवित पर्यटकों के जीवन के रक्षा के लिए कोई भी कसर न रखी जाए। मुख्यमंत्री ने इस जटिल व अत्यंत चुनौतीपूर्ण अभियान को तेजी से संचालित करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी लोगों, विभागों व संगठनों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पूरी दक्षता, क्षमता व तत्परता के साथ रेस्क्यू अभियान संचालित करने के फलस्वरूप इस हादसे में जीवित सभी व्यक्तियों को गत दिन ही सुरक्षित निकालने में सफलता मिली है।

Advertisement