अल्मोड़ा: अब सीवर लाइन कार्य की एसआईटी जांच की मांग भी उठी
✍️ गत रात्रि घरों में पानी घुसने से चढ़ा आंदोलनकारियों का पारा
✍️ रानीधारा में आंदोलन जारी, बोले—तानाशाही बर्दाश्त नहीं होगी
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: आज शुक्रवार को रानीधारा लिंक रोड के पुनर्निर्माण के लिए रानीधारा सड़क में संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहा धरना 7वें दिन जारी रहा। आंदोलनकारियों ने साई मंदिर से धार की तूनी और शिव मंदिर से सेवा सदन तक लिंक मार्ग का पुनर्निर्माण करने की मांग के साथ ही अब रानीधारा क्षेत्र में सीवर लाइन के कार्य की एसआईटी जांच की मांग भी उठा दी है और आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया है।
जहां एक ओर जिस क्षेत्र की समस्या को लेकर आंदोलन चल रहा है। वहीं गत गुरुवार रात बारिश के चलते 3—4 घरों में मलबा, कचरा व पानी घुसने से आक्रोश बढ़ गया है। आरोप लगाया कि यह समस्या कार्य व निर्माण सामग्री की गुणवत्ता में कमी से परिणाम है। इसके साथ आज से आंदोलनकारियों ने एक और नई मांग उठा दी है, जिसमें रानीधारा क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाने के कार्य की एसआईटी जांच की मांग की है। मालूम हो कि गत रात्रि करीब ढाई बजे बारिश के चलते रानीधारा निवासी मंजू पंत समेत 3—4 घरों में मलबा, कचरे के साथ पानी घुस गया। सीवर लाइन की खुदाई से कच्ची मिट्टी को चीरते हुए वर्षा जल अब घरों में घुस रहा है। आज सभा में वक्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन अब सिर्फ रानीधारा क्षेत्र का ही नहीं है, बल्कि पूरा अल्मोड़ा रानीधारावासियों के साथ खड़ा है। उन्होंने दो टूक कहा कि यदि शासन—प्रशासन ने किसी तरह की तानाशाही दिखाई, तो जनता सड़कों पर उतरेगी, जिसकी जिम्मेदारी भी शासन—प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आज के धरने में संघर्ष समिति के संयोजक विनय किरौला, राज्य आंदोलनकारी कमला जोशी, डॉ. सैयद अली हामिद, रघु तिवारी, कमला दर्मवाल, कलावती भाकुनी, निर्मला चिलवाल, हंसी रावत, नीरजा चौहान, सुजीत टम्टा, राहुल पंत, पवन पंत, दीपा बिष्ट, अर्चना कोठारी, वीर सिंह, माया देवी, भावना रावत, गीता पंत, मनीषा पंत, नवीन चंद पंत, हिमांशु पंत, बीना पंत, नीमा पंत, गंगा पंत, उमा अलमिया, भगवती डोगरा, दीपाली पांडे, अर्चना पंत, कंचन जोशी, मीनाक्षी पांडे, माया बिष्ट, नीरज बिष्ट, सुधा उप्रेती, सुधा उप्रेती, मीना पंत, मीरा पंत, कुमुद जोशी, नरेंद्र सिंह नेगी, मोहित गुप्ता, सुमित नज्जोन व रघुनाथ सिंह आदि कई महिला—पुरुष शामिल रहे।