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पौड़ी बस हादसा : नागेंद्र ने बेटी के हाथ किए थे पीले और सुनीता की हुई थी 5 दिसंबर को शादी

12:43 PM Jan 13, 2025 IST | CNE DESK
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Uttarakhand News | पौड़ी-सत्याखाल मोटर मार्ग पर हुए एक भीषण बस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई है। जिनमें एक ही गांव के एक दंपत्ति, एक मां-बेटा शामिल हैं। बस पौड़ी से देलचौंरी 28 यात्रियों को लेकर जा रही थी। बस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 21 लोग घायल हो गए। हादसे में सुनीता पत्नी नरेंद्र निवासी ग्राम डोभा, उम्र 25 वर्ष, प्रमिला पत्नी प्रकाश निवासी केसुंदर, प्रियांशु पुत्र प्रकाश निवासी केसुंदर, उम्र 17 वर्ष, नागेंद्र पुत्र भूरादास निवासी केसुंदर, सुलोचना देवी पत्नी नागेंद्र निवासी केसुंदर, प्रेम सिंह पुत्र मथुरा प्रसाद निवासी देलचौंरी की मौत हो गई।

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नागेंद्र ने बेटी के हाथ किए थे पीले और सुनीता की पांच दिसंबर को शादी हुई थी

पौड़ी-सत्याखाल बस हादसे ने केसुंदर गांव को गहरे जख्म दे दिए हैं। हादसे में गांव के चार लोगों की मौत हो गई है। इनमें एक दंपत्ति है। जबकि एक मां-बेटा शामिल हैं। इसके अलावा हादसे में डोभा गांव की एक नवविवाहिता व देलचौंरी गांव के एक बुजुर्ग भी मौत हो गई है। केसुंदर गांव के नागेंद्र ने जहां पांच दिसंबर 2024 को अपनी बेटी के हाथ पीले किए थे। वहीं हादसे में जान गंवाने वाली डोभा गांव के सुनीता की भी बीते पांच दिसंबर को ही शादी हुई थी। सुनीता ने अनुसूचित जाति पुत्री शादी अनुदान योजना के लिए आवेदन किया है। जिसका लाभ उसे मार्च में मिलना था।

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हर ग्रामीण की आंख नम

भीषण बस हादसे ने इन गांवों के हर ग्रामीण की आंखों को नम कर दिया है। पौड़ी-सत्याखाल बस हादसे केसुंदर, डोभा व देलचौंरी गांव के ग्रामीणों को गहरा आघात दे गया है। केसुंदर गांव ने जहां एक साथ चार ग्रामीण खो दिए हैं। वहीं डोभा गांव ने एक नवविवाहिता बेटी व देलचौंरी गांव ने एक बुजुर्ग को खोया है। केसुंदर गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हादसे में नागेंद्र लाल व उनकी पत्नी सुलोचना देवी की मौत हो गई है। नागेंद्र गांव में टेलरिंग कार्य करता था। जबकि उनकी पत्नी आगंनबाड़ी में सहायिका थी। बताया कि नागेंद्र ने बीते पांच दिसंबर को अपनी बेटी के हाथ पीले किए थे। उस दौरान वह बहुत खुश था। बेटा सेना में रहकर देश की सुरक्षा में तैनात है। जबकि उनकी दूसरी बेटी का पहले ही विवाह हो चुका है।

कैंटीन में भोजन व्यवस्था में सेवारत थी प्रमिला

रावत ने बताया कि ग्रामीण प्रमिला जिला अस्पताल पौड़ी के पीपीपी मोड में संचालन के दौरान कैंटीन में भोजन व्यवस्था में सेवारत थी। लेकिन पीपीपी मोड से अस्पताल के हटने के बाद बेरोजगार थी। प्रमिला का बेटा प्रियांशू श्रीनगर से आईटीआई कर रहा था और रोजगार कर आजीविका में मां का हाथ बढ़ाना चाहता था। उन्होंने बताया कि समीपवर्ती गांव डोभा के किशोरी लाल की बेटी सुनीता की हासदे में मौत हो गई है। सुनीता का विवाह बीते पांच दिसंबर 2024 को हुआ था। गरीब परिवार ने समाज कल्याण विभाग से मिलने वाली अनुसूचित जाति पुत्री शादी अनुदान योजना में आवेदन किया था। जिसका लाभ उसे मार्च माह में मिलना था।

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जीएमओयू पौड़ी की यह नियमित बस सेवा थी

जीएमओयू के पौड़ी स्टेशन इंचार्ज अरुण रावत ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त जीएमओयू सेवा की थी। जीएमओयू पौड़ी से देलचौंरी को शाम तीन बजे नियमित बस सेवा संचालित करता है। जो रात को देलचौंरी रात्रि विश्राम के बाद सुबह आठ बजे पौड़ी वापस लौटती है।

डीएम ने दिए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश पौड़ी

डीएम पौड़ी डा. आशीष चौहान ने बस हादसे के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने एसडीएम सदर को जांच अधिकारी नामित कर 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए हैं। डा. चौहान ने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद प्रकरण में जिस भी स्तर पर लापरवाही सामने आएगी, सबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आरटीओ पौड़ी द्वारिका प्रसाद ने बताया कि बस हादसे की तकनीकी जांच के लिए टीम गठित कर ली गई है। जो सोमवार को घटनास्थल पर पहुंच हर तकनीकी पहलुओं की बारीकी से जांच करेगी।

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