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बड़ा खुलासा: दंगे में नहीं मारा गया था प्रकाश कुमार, पुलिसकर्मी ने की थी हत्या

09:13 PM Feb 15, 2024 IST | CNE DESK
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा
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एसएसपी की प्रेस वार्ता, खोला बड़ा राज

सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी। एसएसपी हल्द्वानी प्रहलाद नारायण मीणा ने कहा कि बनभूलपुरा में हुए दंगे के दौरान प्रकाश कुमार नाम के एक युवक की भी मौत हुई थी। पता चला है कि उसकी मौत दंगों में नहीं हुई थी। उसकी हत्या के पीछे की वजह अवैध संबंध थी।

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गिरफ्तार आरोपी

उन्होंने कहा कि बनभूलपुरा में हुए दंगे के दौरान प्रकाश कुमार नाम के एक युवक की भी मौत हुई थी, लेकिन जब पुलिस ने मामले में जांच की तो यह बात सामने आई कि दंगों में प्रकाश कुमार की मौत नहीं हुई। एसएसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि अवैध संबंधों में रंदिश के कारण प्रकाश कुमार की हत्या कराई गई थी। हत्या में पुलिस कांस्टेबल, उसकी पत्नी और साले सहित अन्य ने मिलकर की। एसएसपी ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल की पत्नी से प्रकाश के अवैध संबंध थे, इस बीच हत्या कर दंगे में मौत दिखाने की साजिश इनके द्वारा रची गई।

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अवैध संबंधों के चलते हुई थी प्रकाश की हत्या, एक आरोपी प्रियंका फरार

घटना का सूक्ष्म विवरण

गत 09 फरवरी को थाना बनभूलपुरा को सूचना प्राप्त हुयी कि इन्द्रानगर रेलवे फाटक से आगे ऑवला गेट गौला बाइपास मुख्य सड़क पर एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। इस सूचना पर थाना बनभूलपुरा से एसआई अनिल कुमार मय हमराही पुलिस बल के मौके पर पहुंचे। उक्त व्यक्ति के पास पाये गये दस्तावेजों से उसकी शिनाख्त प्रकाश कुमार सिंह उपरोक्त के रूप में हुयी। प्राथमिक जांच के आधार पर जाँच अधिकारी द्वारा यह पाया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिनांक 08 फरवरी की रात्रि को उक्त प्रकाश कुमार सिंह की हत्या कर दी गयी। जिसके आधार पर थाना बनभूलपुरा में अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 302 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी द्वारा संपादित की जा रही है।

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विवेचनात्मक कार्यवाही

उक्त मामले की जांच के दौरान विवेचक द्वारा मृतक प्रकाश कुमार सिंह के मोबाइल आदि की जांच की गयी एवं एसओजी व सर्विलांस की मदद ली गयी तो यह संज्ञान में आया कि उक्त मृतक युवक का सम्पर्क सितारगंज के किसी युवक से था। उत्तराखंड के अन्य नम्बर से भी वह वार्ता कर रहा था। जो 08 फरवरी को हल्द्वानी पहुंचा। संपर्क में आये व्यक्तियों की जानकारी कर उनसे पूछताछ की गयी तो पता चला कि सूरज मृतक का लगभग दो ढाई साल से दोस्त था एवं मृतक प्रकाश कुमार सूरज के घर आता जाता रहता था। इसी दौरान प्रकाश कुमार सिंह के अवैध संबंध सूरज भी बहन व आरक्षी की पत्नी प्रियंका के साथ बन गये।

मृतक प्रकाश कुमार आरक्षी की पत्नी के साथ अवैध शारीरिक संबंध की वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर पैसे की मांग करने लगा। प्रियंका ने यह बात अपने पति बीरेन्द्र से छुपा कर रखी लेकिन दिनाँक 07 फरवरी को मृतक द्वारा उसके पति बीरेन्द्र को फोन किया गया जिसके बाद प्रियंका द्वारा पूरी बात अपने पति को बतायी गयी। तब बीरेन्द्र द्वारा अपनी पत्नी प्रियंका एवं अपने साथी नईम खान उर्फ बबलू के साथ मिलकर प्रकाश कुमार सिंह की हत्या करने की साजिश रची।

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मृतक उपरोक्त को आरक्षी बीरेन्द्र ने अपनी पत्नी के माध्यम से हल्द्वानी बुलवाया। बीरेन्द्र ने प्रकाश कुमार से अपने मोबाइल से प्रियंका की वीडियो हटाने को कहा। लेकिन प्रकाश कुमार द्वारा मना करने पर आरक्षी बीरेन्द्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर 08 फरवरी की शाम को प्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी।

आज बीरेन्द्र व उसके साथियो को बाद पूछताछ जुर्म इकबाल के आधार पर धारा 302 भादवि में गिरफ्तार करते हुए अभियुक्त बीरेन्द्र की निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल मय जिन्दा 04 कारतूस बरामदगी की गयी। इधर एक आरोपी प्रियंका अभी फरार है।

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