बागेश्वर: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का विरोध, जनाक्रोश रैली निकाली
✍️ अत्याचार रोकने को सख्त कदम उठाने की मांग, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यओं के साथ हो रहे अत्याचार पर देवभूमि रक्षा मंच ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने नगर में जनाक्रोश रैली निकाली। शीघ्र इस पर रोक लगाने की मांग की है। इस आशय का एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम भेजा है।
संयोजक सुंदर सिंह बरोलिया के नेतृत्व में मंच से जुड़े लोगों के अलावा अन्य संगठनों के लोग भी शामिल हुए। मंगलवार की सुबह सभी लोग नुमाईशखेत में एकत्रित हुए। यहां से जनाक्रोश रैली शुरू हुई। जो दुग बाजार, माल रोड, तहसील मार्ग होते हुए तहसील परिसर में पहुंची। यहां रैली सभा में तब्दील हो गई। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक कट्टरपंथियों के अत्याचारों के शिकार हो रहे हैं। उनके धार्मिक स्थलों में हमले बढ़ गए हैं। 59 प्रतिशत हिंसा धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। कट्टरपंथी अल्पसंख्यक महिलाओं के खिलाफ जबरन धर्मातंरण का दबाव बना रहे हैं। बच्चों को शिक्षा और सुरक्षित जीवन से वंचित रखा जा रहा है। साथ ही सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। भारत सरकार ने बांग्लादेश सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने तथा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। इस मौके पर रणजीत भंडारी, बलवंत सिंह, सौरभ जोशी, रमेश सिंह, दीपक गस्याल, नितिन गुरुरानी, नंदकिशोर भट्ट, लक्ष्मी पंत, मोहित पंत, चंद्र सिंह चौहान, कुंदन रैखोला, मोहन चंद्र उप्रेती, भुवन जोशी, आनंद मलड़ा, संजय कन्नोजिया समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय निंदनीय: कृषक
बागेश्वर। सवाल संगठन के अध्यक्ष रमेष पांडेय कृषक ने कहा कि यदि आप अपने देश के अल्पसंख्यकों के प्रति संवेदनशील नहीं हैं तो आप की दूसरे देशों के अल्पसंख्यकों के प्रति चिंता ईमानदार कैसे हो सकती है। बंगलादेश ही नहीं वरन् दुनियां के किसी भी हिस्से में अल्पसंख्यकों के रूप में मौजूद हिंदुओं के साथ जो भी कुछ घटित हो रहा है वह निंदनीय है तथा चिंता का विषय है । वर्तमान दुनिया के देशों मे अल्पसंख्यकों के प्रति वहां के राजनैतिक संगठनों द्वारा जिस प्रकार के क्रूर प्रयोग किया जा रहे हैं। सवाल संगठन ऐसे क्रूर और घृणित प्रयोग की निंदा करता है। बांग्लादेश में वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ जो भी स्थितियां सामने आ रही है उसके लिए भारत सरकार द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार का अधिकृत बयान नहीं दिया जाना चिंता का विषय है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के उत्पीड़न को लेकर भारत सरकार की ओर से अधिकृत बयान नहीं आने पर पूरे देश में चिंता और चर्चा होनी चाहिए।