क्वारब : बड़े यात्री वाहन नहीं चलने से गरीब की जेब पर बढ़ रहा बोझ
आम जनता हलकलान, यात्रा हुई महंगी
— अनूप सिंह जीना —
अल्मोड़ा—हल्द्वानी हाईवे स्थित क्वारब डेंजर जोन से बड़े वाहनों के बीते सात दिन से नहीं चलने से आम जनता की भारी फजीहत हो रही है। यात्री या तो छोटे वाहनों में मनमाना किराया दे यात्रा कर रहे हैं अथवा लंबे रूट से गुजरने को विवश हैं। इन हालातों में गरीबी की जेब पर अतिरिक्त किराये का बोझ बढ़ गया है।
उल्लेखनीय है कि क्वारब पुल के पास लगातार पहाड़ दरकने से आपदा के से हालात पैदा हो गए हैं। संभावित खतरे को देखते हुए 25 नवंबर तक के लिए सभी प्रकार के वाहनों का रात्रिकालीन संचालन इस रूट से बंद है। वहीं, सुबह के समय यहां से केवल छोटे वाहन गुजर रहे हैं, जबकि यात्री बसों को इस रूट से आने की इजाजत नहीं मिली है। जिस कारण बसें लंबे रूट से गुजर रही हैं। जिसका किराया भाड़ा पहाड़ को आने—जाने वाले यात्रियों की जेब पर ही भारी पड़ रहा है।
ज्ञात रहे कि गत 18 नवंबर को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने अधिकारियों की टीम के साथ क्वारब का दौरा किया और डेंजर जोन पर हालात देखे थे। इसके साथ ही उन्होंने वैकल्पिक मार्ग की तलाश के लिए स्थलीय निरीक्षण भी किया। तय किया गया है कि क्वारब की समस्या के स्थाई समाधान के लिए पहले नदी की ओर से अतिरिक्त लेन बनेगी, इसके लिए 16 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाई गई है। साथ ही धंसकर दरक रही पहाड़ी के समाधान के लिए पृथक से योजना बन रही है।
समस्या पर प्रशासन का ध्यान क्यों नहीं !
इधर इस मामले में नैनीपुल निवासी मिंटू जीना व खीम सिंह जीना ने कहा कि बड़े यात्री वाहन नहीं चलने से आम जनता की जेब पर बोझ बढ़ रहा है। छोटे टैक्सी वाहन मौके का फायदा उठा मनमाने दाम वसूल रहे हैं और इस समस्या पर प्रशासन का भी ध्यान नहीं है। हालांकि कई बारात की गाड़ियां यहां से अपने रिस्क पर गुजरते देखी गई हैं, लेकिन यदि कोई हादसा हो जाता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा, यह स्पष्ट नहीं है।वहीं सड़क पर से बह रहे पानी के लिए एनएच विभाग ने सड़क काट कर निकासी नीचे की ओर कर दी है। हालांकि इससे यहां से गुजरने से दिक्कत हो रही है। इन सबके अलावा होटल व्यवसासियों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।