क्वारब : यहां से सुरक्षित घर वापसी की कोई गारंटी नहीं है
जनता की नियति बनी रोज जाम का झाम झेलना
सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। अगर आप अल्मोड़ा—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग में क्वारब पुल से होकर गुजरते हैं तो यकीन मानिये कि आपको काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। यहां बिन बारिश के ही टूट रहे पहाड़ शासन—प्रशासन में बैठे हुक्मरानों, नेतागणों व संबंधित विभागों की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े करता है। सबसे अहम बात तो यह है कि यहां रोज लग रहे जाम के बीच आपके सुरक्षित घर वापसी की कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि व्यवस्था पूरी राम भरोसे चल रही है।
उल्लेखनीय है कि नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद के सीमावर्ती क्षेत्र क्वारब में जो कुछ हो रहा है कि वह एक गंभीर खतरे की घंटी है। यहां एक ओर सड़क टूट रही है तो दूसरी ओर पहाड़ से रोज मलबा गिर रहा है। जिस कारण यहां बार—बार जाम लग रहा है। दिक्कत यह है कि जाम अकसर उसी पहाड़ के नीचे लग रहा है, जहां से पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है।
इन हालातों में जरूरत थी कि प्राथमिकता के आधार पर खतरे का सबब बने पहाड़ को रोकने के लिए तत्काल उच्च तकनीक पर कार्य हो। जब तक मार्ग खतरा रहित न हो जाये यहां आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाये, लेकिन इसके विपरीत शासन—प्रशासन द्वारा बेहद सुस्त रवैया अपनाया जा रहा है। बार—बार मलबा गिरने पर उसे साफ कर कर्तव्य की इतिश्री कर दी जाती है। नागरिकों का कहना है कि जाम के झाम से निपटने के लिए यहां स्थाई रूप से पुलिस कर्मियों की यहां तैनाती होनी चाहिए, लेकिन यहां कोई भी कर्मी अकसर मौजूद नहीं रहता है।