दिल्ली-NCR में बारिश, 8 दिन बाद AQI 400 से नीचे:SC बोला- भगवान ने लोगों की प्रार्थना सुनी
नई दिल्ली | दिल्ली में गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह के बीच हल्की बारिश हुई। बारिश से दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) आठ दिनों बाद 400 के नीचे रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 2 नवंबर को दिल्ली में AQI 346 था।
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शुक्रवार (10 नवंबर) सुबह 9:30 बजे दिल्ली के मुंडका में AQI 353, IGI एयरपोर्ट में 331, ITO बस स्टैंड में 397, जहांगीरपुरी में 395 और लोधी रोड में 345 रिकॉर्ड किया गया।
दिल्ली से सटे नोएडा में AQI 375 दर्ज किया गया। बारिश होने से धुंध भी छंट गई। हालांकि, AQI कम होने के बावजूद दिल्ली की हवा खतरनाक है। 301 से 500 के बीच AQI को सेहत के लिए बहुत खराब माना जाता है।
इधर, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। जस्टिस कौल ने कहा कि शायद भगवान ने दिल्ली के लोगों की प्रार्थना सुन ली, लेकिन पिछले 6 साल से सरकार क्या कर रही थी।
दिल्ली सरकार बोली- ऑड-ईवन से ईंधन की खपत में 15% की कमी आई
दिल्ली सरकार ने एफिडेविट में दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) की एक स्टडी का हवाला दिया है। इसमें बताया गया है कि ऑड-ईवन लागू होने के दौरान सड़कों पर प्राइवेट कारों की संख्या में 30 फीसदी की कमी आई। ईंधन खपत में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल बढ़ा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली में लागू होगा ऑड-ईवन
दिल्ली सरकार ने 6 नवंबर को कहा था कि दीपावली के अगले दिन यानी 13 नवंबर से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू किया जाएगा। हालांकि, इसके अगले दिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सवाल खड़े किए थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली सरकार को प्रदूषण रोकने के लिए कोई ठोस उपाय सोचना चाहिए। ऑड-ईवन से प्रदूषण कम नहीं होता।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली सरकार ऑड-ईवन लागू करने के फैसले से तत्काल पीछे हट गई थी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 8 नवंबर को कहा कि ऑड-ईवन सिस्टम कितना कारगर है, सुप्रीम कोर्ट इसकी समीक्षा करेगा। सुप्रीम कोर्ट से आदेश मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा।
बारिश का असर कम हुआ तो आर्टिफिशियल बारिश होगी
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार (10 नवंबर) को कहा कि अगर दिल्ली में आज की बारिश का असर कम हुआ तो कृत्रिम बारिश यानी आर्टिफिशियल बारिश कराने पर विचार होगा। प्रदूषण कम करने के लिए केजरीवाल सरकार ने 21-22 नवंबर को दिल्ली में पहली बार आर्टिफिशियल बारिश का प्लान तैयार किया है।
इसके लिए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 8 नवंबर को IIT कानपुर के वैज्ञानिकों के साथ बैठक की थी। इसमें बताया गया कि जब 40% बादल या नमी हो तब कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है। ऐसी मौसमी स्थिति 21-22 नवंबर को बन रही है।
दिल्ली सरकार उठाएगी आर्टिफिशियल बारिश का खर्च
दिल्ली सरकार के अफसरों ने गुरुवार (9 नवंबर) कहा कि आर्टिफिशियल बारिश का पूरा खर्च केजरीवाल सरकार वहन करेगी। अगर केंद्र, दिल्ली सरकार के फैसले को सपोर्ट करता है तो पहली कृत्रिम बारिश 20 नवंबर तक कराई जा सकती है।
हालांकि, IIT कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कल कहा था कि आर्टिफिशियल बारिश का असर सिर्फ दो हफ्तों तक रहता है। प्रदूषण कम करने के लिए यह स्थायी तरीका नहीं है।
प्रदूषण के कारण स्कूलों में एक महीने पहले विंटर वेकेशन
दिल्ली सरकार ने 9 से 18 नवंबर तक स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों का ऐलान किया है। हर साल दिसंबर-जनवरी के बीच स्कूलों में विंटर वेकेशन होता था, लेकिन इस बार प्रदूषण की वजह से नवंबर में ही छुटि्टयां कर दी गई हैं। दिल्ली के शिक्षा विभाग ने बुधवार (8 नवंबर) को यह आदेश जारी किया। इससे पहले, दिल्ली सरकार ने सिर्फ प्राइमरी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने का निर्देश दिया था।