अल्मोड़ा ब्रेकिंग: सिर व चेहरे पर पत्थर से वार कर की गई थी राकेश जोशी की हत्या
✍️ पुलिस की 05 टीमों ने कई रोज कसरत कर किया बलाइंड मर्डर केस का खुलासा
✍️ हत्यारोपी गिरफ्तार, सलाखों के पीछे पहुंचा, पुलिस टीम को नगद इनाम
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: जिले के चौखुटिया थानांतर्गत घटित ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया है। इसके खुलासे के लिए पुलिस की 05 टीमों ने कई दिन तक कसरत की और अंतत: हत्यारोपी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। जिसे जेल भेज दिया है। जिसने सिर व चेहरे पर पत्थर से कई वार कर राकेश जोशी की हत्या की थी। इस ब्लाइंड मर्डर केस के अनावरण के लिए पुलिस टीम को डीआईजी कुमाऊं डॉ. योगन्द्र सिंह रावत ने 10 हजार रुपये तथा एसएसपी देवेंद्र पींचा ने 5 हजार रुपये का नगद इनाम देकर पुरस्कृत किया है।
क्या था पूरा मामला
गत 24 अगस्त 2024 की प्रातः जिले के चौखुटिया थानांतर्गत ग्राम गाजा बसकन्या के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव सड़क पर पड़ा मिला था। शव की शिनाख्त राकेश जोशी पुत्र स्व. दयाकृष्ण निवासी वेतनधार, थाना चौखुटिया के रुप में हुई। इसके बाद वादी महेश चन्द्र जोशी पुत्र स्व. दयाकृष्ण निवासी वेतनधार, थाना चौखुटिया, जिला अल्मोडा ने अज्ञात द्वारा अपने भाई राकेश जोशी की हत्या कर दिए जाने संबंधी तहरीर थाना चौखुटिया में दी। तहरीर के आधार पर 25 अगस्त 2024 को धारा 103 बीएनएस के तहत अज्ञात हत्यारे के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत हुई और थानाध्यक्ष चौखुटिया ने विवेचनात्मक कार्यवाही शुरु की।
पांच पुलिस टीमों ने की कसरत
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी देवेन्द्र पींचा मामले का शीघ्र अनावरण करने व इसमें संलिप्त दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। इसके बाद सीओ विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण एवं थानाध्यक्ष चौखुटिया सतीश चंद्र कापड़ी के नेतृत्व में 05 अलग–अलग पुलिस टीमों का गठन हुआ। पांचों टीमों ने गहनता से जांच की। इसके लिए घटनास्थल के आसपास व बाजार क्षेत्र में कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी।सर्विलांस की मदद से जानकारी जुटाई और करीब 100 लोगों से पूछताछ की। एसएसपी ने स्वयं हर दिन की कार्यवाही की समीक्षा खुद की और टीमों का मार्गदर्शन किया। अथक प्रयासों व एसओजी की जानकारी के आधार पर चौखुटिया थाना क्षेत्र के ग्राम गाजा बसकन्या निवासी 40 वर्षीय खीम सिंह पुत्र स्व. प्रताप सिंह पर शक की सुई घूमी। पुलिस ने गत दिवस उसे पूछताछ के लिए थाने लाई।
पूछताछ में कबूला जुर्म, गिरफ्तार
पूछताछ में खीम सिंह ने पुलिस को बताया कि वह शराब पीने का आदि है और मेहनत मजदूरी से मिलने वाली पगार भी शराब में उड़ा देता है। इसी वजह से उसकी पत्नी व बच्चे भी उसके साथ नहीं रहते हैं। पूछताछ के आधार पर एसएसपी देवेंद्र पींचा द्वारा किए गए खुलासे के अनुसार 23 अगस्त 2024 को रात करीब 11 बजे हत्यारोपी खीम सिंह अपने कमरे में पहुंचा। तो उसने पाया कि उसके कमरे का सारा सामान अस्त—व्यस्त फैला है और राकेश जोशी उसके बिस्तर में सोया है। उसने राकेश जोशी से उठने के लिए बोला, तो राकेश ने खीम सिंह के साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट तक कर डाली। इसके बाद दोनों में तू—तू, मैं—मैं हो गई। इससे तैश में आकर खीम सिंह ने बाहर से पत्थर लाकर राकेश जोशी के सिर पर मार डाला। इससे चोटिल होकर राकेश जोशी उसके कमरे से भागकर सड़क पर चला गया और सिर पकड़कर बीच सड़क में ही बैठ गया। जहां खीम सिंह ने उसके चेहरे और सिर पर पत्थरों से कई वार कर डाले। जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतक राकेश जोशी का मोबाईल खीम सिंह ने छिपा दिया और हत्या में प्रयुक्त पत्थर को गौशाला की तरफ फेंक दिया। वहीं खून लगने के कारण वारदात के वक्त पहनी कमीज खोलकर कमरे रख दी और म़ृतक के फोन को बबलेश्वर मन्दिर के पास नदी किनारे पत्थरों के बीच मे छिपा दिया। हिरासत में लिये खीम सिंह द्वारा हत्या का जुर्म इकबाल करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल पत्थर, वारदात के वक्त पहनी कमीज, मृतक का मोबाइल बरामद किये हैं और आवश्यक कार्यवाही की गई है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
थानाध्यक्ष चौखुटिया सतीश चन्द्र कापड़ी, थानाध्यक्ष दन्या जसविन्दर सिंह, थानाध्यक्ष देघाट दिनेश नाथ महन्त, थानाध्यक्ष सोमेश्वर कश्मीर सिंह, एसओजी प्रभारी कुन्दन सिंह रौतेला, चौकी प्रभारी मासी बृजमोहन भट्ट समेत उप निरीक्षक सतीश चन्द्र कापड़ी, अपर उप निरीक्षक तनुजा हयांकी, अपर उप निरीक्षक दीवान सिंह कोरंगा, हेड कांस्टेबल मनोज कोहली, दीपक कुमार, विरेन्द्र चन्द्र, कांस्टेबल सूरज सिंह बोरा, विरेन्द्र पाल, रजनीश वर्मा, राकेश भट्ट, राजेश भट्ट, विरेन्द्र बिष्ट, इन्द्र कुमार, होमगार्ड सूरज किरौला व कान्हा आर्या।