अल्मोड़ा: शराब का व्यापार बढ़ाकर नहीं हो सकती रामराज्य की स्थापना—भट्ट
✍️ छोटे कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में मदिरा की दुकानों के आवंटन का विरोध
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व में जिलाध्यक्ष रहे विपिन भट्ट ने आचार संहिता के दौरान उत्तराखंड के छोटे कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में काफी संख्या में शराब की दुकानों के आवंटन का विरोध किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा करके सरकार समूचे उत्तराखंड को शराब का हब बनाने का प्रयास कर रही है, जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दलों को ऐसे गंभीर मामलों पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।
श्री भट्ट ने यहां जारी एक बयान में कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में जिस प्रकार सरकार विकास के नाम पर शराब की गंगा बहाई जा रही है, इसे चुपचाप सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने ऐसे निर्णयों पर पुनर्विचार कर ग्रामीण क्षेत्रों में जगह—जगह खोली जा रही शराब की दुकानों को निरस्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल शराब का व्यापार बढ़ाकर रामराज्य की स्थापना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि आगामी निकाय चुनाव में सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व ईडी को केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि उत्तराखंड में बढ़ती शराबखोरी पर भी कदम उठाना चाहिए।