बागेश्वर: रंगदेव की सड़क बनी नाला, घरों में घुसा पानी
✍️ कुंथी गधेरे ने भी लियाा विकराल रुप, रास्ते जलमग्न
✍️ बारिश ने नुकसान का मुंह दिखाया, मुश्किल में लोग
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिले में बुधवार रात से जिले में झमाझम वर्षा हो रही है। जिससे जन जीवन पर असर पड़ने लगा है। नगर के कठायतबाड़ा में रात में बिजली गुल रही। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आपूर्ति प्रभावित हो गई है। ग्राम पंचायत रंगदेव की सड़क ने नाले का रूप लिया है। वर्षा का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है। नाली नहीं होने से वर्षा के पानी से सड़क को भी नुकसान पहुंचा है।
मंडलसेरा निवासी किशन विश्वकर्मा ने बताया कि मंडलसेरा में कुंथी गधेरे ने विकराल रूप ले लिया है। रास्ते जलमग्न हो गए हैं। दुकान तथा लोगों के घरों में जलभराव हो गया है। जिससे लोग परेशान हैं। काफलीगैर में वर्षा से स्थानीय गधेरे उफन गए हैं। सड़क बंद होने से कई लोग यात्रा पूरी नहीं कर सके।लोनिवि के पास केंद्रीय विद्यालय के समीप आम का पेड़ गिर गया। जिससे विद्यालय भवन तथा शिशु मंदिर भवन बाल बाल बच गए। स्कूल में अवकाश होने से बड़ी घटना टल गई। एफएसएसओ गोपाल सिंह रात ने बताया कि पेड़ को हटा लिया गया है। मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है।
सड़कों को भारी नुकसान
कपकोट के विधायक सुरेश गढ़िया ने लाहुर गांव का रुख किया। आपदा पीड़ित भागी चंद्र तथा खीम सिंह से मुलाकात की। उन्हें राहत सामग्री तथा मुआवजा प्रदान किया। हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि सरयू घाटी में वर्षा से सड़कों को व्यापक नुकसान हुआ है। जिलाधिकारी से वार्ता की गई है। बंद सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। आपदा प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
वार्ड में भी भरा पानी
जिला अस्पताल की छत रात में टपकने लगी। वार्ड में पानी आने से रात को भर्ती रोगियों को शिफ्ट किया गया। जिसके कारण तीमारदार परेशान रहे। सीएमएस डा. विनोद कुमार ने बताया कि अस्पताल भवन का सुधारीकरण हो रहा है। जिसके कारण छत टपकने की सूचना पर वैकल्पिक व्यवस्था की गई।
वर्षा से कई सड़कें बंद
ज्ञानधुरा-डाक्ती किमी एक से चार, कपकोट-लीली किमी सात, डाना किमी एक तथा तीन, पोथिंग-शोभाकुंड, हरसीला-पुड़कुनी, बालीघाट-दोफाड़-धरमघर-कोटमन्या, सिमखेत-मैग्ड़ीस्टेट, बंतोली-कुन्झाली, बनलेख-गणवासिरमोली, कमेड़ीदेवी-भैसूड़ी, कांडा-पड़ाव-पंगचौड़ा, खातीगांव-कपूरी, रावतसेरा-मानाकभड़ा, दफौट-हरू मंदिर, बांसपठना-रावतसेरा, कपकोट-कमी, वाली-मतुवा, बघर, पोथिंग, सनेती, धरमघर-माजखेत, कपकोट-पिंडारी ग्लेशियर, मिकिलाखलप्टा, मुनार-गासी आदि मोटर मार्ग पर मलबा तथा दीवार आदि क्षतिग्रस्त होने से यातायात प्रभावित हो गया है।