बागेश्वरः धारों व नौलों की पूजा अर्चना का संकल्प
👉 देवलधार एकता सांस्कृतिक मंच की जल स्रोतों के संरक्षण की अनूठी पहल
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरः विधायक पार्वती दास ने कहा कि धारों और नलों की पूजा करने का संकल्प लिया है। जल स्रोतों के संरक्षण की यह अनूठी पहल है। जिसके लिए देवलधार एकता सांस्कृतिक मंच की सराहना जितनी करें वह कम है।
शनिवार को विधायक दास चौगांवछीना में आयोजित धारा, नौला पूजा कार्यक्रम में बोल रहीं थीं। कहा कि क्षेत्र के पारंपरिक जल स्रोतों के सरंक्षण और संवर्धन जरूरी है। कई वर्षों से मंच यह कार्य कर रहा है। उन्होंने धारों की पूजा भी की। कहा कि मंच की मेहनत रंग ला रही है। लोग भी अब जलस्रोतों के आसपास नियमित सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं। धारों में पहले की अपेक्षा अधिक मात्रा में पानी है।
कार्यक्रम संयोजक विजय सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड में धारे, नौलों की पूजा सदियों से होती चली आ रही है। गांव के युवा समेत बुजुर्ग भी अब इन नौले-धारों का महत्व समझने लगे हैं। चौगांवछीना, गैर सकीडा, खर्कटम्टा और गौला, आगर गांवों को मिलाकर पानी को बचाने की मुहिम शुरू की है। मंच की पहल पर सरकार की मदद से कुछ धारों का जीर्णाेद्वार किया गया है। दर्जा राज्यमंत्री शिव सिंह बिष्ट ने बताया कि उत्तराखंड में वर्तमान में जल संकट से कई गांव जूझ रहे हैं। हांलाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर घर नल-हर घर जल योजना से लोगों को पानी मिल रहा है। इस मौके पर रवि करायत, विनोद टम्टा, मनोज टम्टा, कमल टम्टा, हेमा रौतेला, भूपाल रौतेला आदि उपस्थित थे।