बागेश्वर: ग्रामीण जिला मुख्यालय धमके और प्रदर्शन कर चेताया
✍️ नौ साल पहले सर्वे, सड़क का आज तक पता नहीं
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: नौ साल पूर्व सर्वे होने के बाद भी सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में ग्रामीणों ने विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया। चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण क्रमिक अनशन शुरू करेंगे।
तहसील बागेश्वर के अंतर्गत ग्राम भैरूचौबट्टा, गैराड़, वलना के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में ग्रामीण गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि 2015 में पंत क्वैराली, गैराड़ से सुकराड़ी, घटीगाड़, बनियाउडियर, सिमायल तथा भैरूचौबट्टा तक सड़क की सर्वे हुई। सर्वे के इतने साल बाद भी सड़क का निर्माण आज तक नहीं हो सका है। सड़क के अभाव में ग्रामीण परेशान हैं। मरीजों तथा बुजुर्गों को सड़क मार्ग तक लाने में खासी परेशानी होती है।
ग्रामीण जब भी सड़क की मांग को लेकर ज्ञापन देते है तो विभाग गांव में सर्वेयर को भेज देते हैं, लेकिन उससे आगे की कार्रवाई आज तक नहीं हुई। अब ग्रामण खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वह किसी आश्वासन के भरोसा नहीं रहेंगे। अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। एक सप्ताह के भीतर ठोस निर्णय नहीं लिया तो ग्रामीण क्रमिक अनशन शुरू कर देंगे। इस मौके पर वलना के ग्राम प्रधान दयाकृष्ण, गैराड़ की रेखा देवी, भैरूचौबट्टा के नवीन चंद्र के अलावा प्रकाश धौनी, रमेश चंद्र, नैन राम, कैलाश, शंकर लाल, हरी राम, ओम प्रकाश, रतन राम, विजय चंद्र, मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।