राष्ट्रीय राजधानी में छायी रही कोहरे की चादर, कड़ाके की ठंड जारी
नई दिल्ली | देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नए साल के पहले दिन कोहरे की चादर छायी रही। राजधानी में सोमवार को रविवार के मुकाबले मौसम से कुछ सुधार रहा। राजधानी में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सुबह राजधानी के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग में दृश्यता 700 मीटर और पालम में 1,200 मीटर दर्ज की गयी थी। मौसम वैज्ञानिकों ने कुछ स्थानों पर सर्दी का सितम जारी रहने का अनुमान जताया है और अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।
मौसम विभाग की ओर से सुबह उपग्रह तस्वीर जारी गई है, जिसमें पूरे उत्तर भारत पर कोहरे के परत नजर आ रही है। विभाग का कहना है कि अगले दो दिन में लोगों को भीषण ठंड और घने कोहरे का सामना करना पड़ सकता है। कोहरे की वजह से राजधानी सहित कई राज्यों में रेल, हवाई और सड़क परिवहन प्रभावित हो रहा है।
इसके अलावा दिल्ली सहित पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दो जनवरी की सुबह और कुछ क्षेत्रों में उसके बाद तीन दिन बहुत घना कोहरा छाये रहने का अनुमान जताया गया है। भारतीय रेलवे के मुताबिक कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली 21 ट्रेनें एक से पांच घंटे की देरी से चल रही हैं। राजधानी में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 88 प्रतिशत रही।
दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 356 रिकॉर्ड की गयी, जिसे बेहद खराब श्रेणी में आंका जाता है। वायु गुणवत्ता सूचकांक शून्य से 50 को अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम और 201 से 300 खराब और 301 से 400 तक बेहद खराब तथा 401 से 500 तक गंभीर स्थिति मानी जाती है।
दिल्ली में कड़ाके की ठंड जारी है, रविवार को यहां अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम रहा, जो इस सीजन का सबसे ठंडा दिन है। राजधानी में कड़ाके की सर्दियों का दौर शुरू हो गया है। सफदरजंग में कल का अधिकतम तापमान 15.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस ज्यादा है।
राजधानी दिल्ली के स्कूलों में आज से एक सप्ताह तक शीतकालीन अवकाश रहेगा। स्कूल आठ जनवरी को खुलेंगे। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए है। इस बार अवकाश की अवधि पिछले वर्ष की तुलना में कम रहेगी। पहले एक से 15 जनवरी तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया जाता था।