EducationHealthCovid-19Job Alert
Uttarakhand | Tehri GarhwalRudraprayagPithoragarhPauri GarhwalHaridwarChampawatChamoliUdham Singh NagarUttarkashi
AccidentCrimeUttar PradeshHome

अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के विकास को एकजुट प्रयास की जरुरत

05:06 PM Aug 13, 2024 IST | CNE DESK
Advertisement

✍️ पूर्व कुलपति प्रो. एनएस भंडारी व जेएस ​बिष्ट समेत 04 लोग सम्मानित

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस आज प्रशासनिक भवन में मनाया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के विकास के लिए एकजुट प्रयास करने पर जोर दिया गया। विवि के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के​ लिए प्रथम कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी, दूसरे कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट, पूर्व परीक्षा नियंत्रक सुशील कुमार जोशी, प्रो. देव सिंह पोखरिया को सम्मानित किया गया।

Advertisement

इस मौके पर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय धीरे—धीरे आगे बढ़ रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना के समय की समस्याओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला और कहा कि सभी को मिलकर विश्वविद्यालय के उन्नयन के लिए प्रयास करना चाहिए। पूर्व कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि सभी मिलकर विश्वविद्यालय के हित में कार्य करें। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान की समस्याओं और चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने अपने स्वरूप को ग्रहण कर लिया है। प्रो. देव सिंह पोखरिया ने विश्वविद्यालय के स्थापना के दौरान की स्थितियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कई चुनौतियों का सामना करते हुए यह विश्वविद्यालय अब अपने स्वरूप को ग्रहण कर रहा है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुशील कुमार जोशी ने कहा कि विश्वविद्यालय की नींव को मजबूत बनाने में संविदा शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मियों का योगदान बहुत है।

Advertisement

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक हमने कई चुनौतियों का सामना करते हुए कई उपलब्धियों को प्राप्त किया है। हम अपने अग्रजों के सहयोग से इस विश्वविद्यालय को बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि विश्ववविद्यालय के सभी शिक्षकों, कार्मिकों के साथ संविदा शिक्षक एवं संविदा कर्मचारियों के बल पर विश्वविद्यालय आगे बढ़ने लगा है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों एवं कार्मिकों के पदों के सृजन के लिए प्रक्रिया शासन स्तर पर गतिमान है। संरचनात्मक स्वरूप में भी सकारात्मक दिशा में प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विवि के उत्थान के​ लिए हर संभव प्रयास होंगे। कार्यक्रम में राज्यपाल के संदेश का प्रसारण किया।

कार्यक्रम में विवि के प्रथम कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी, दूसरे कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट, पूर्व परीक्षा नियंत्रक सुशील कुमार जोशी, प्रो. देव सिंह पोखरिया को दिशा देने और महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चन्द्र प्रकाश फुलोरिया ने किया। इस मौके पर डॉ. मुकेश सामंत (परीक्षा नियंत्रक), संजना भंडारी, देवेंद्र पोखरिया, प्रकाश सती, त्रिलोक बिष्ट, आनंद बिष्ट, विपिन चंद्र जोशी, राजेन्द्र राणा, गोविंद मेर, विनीत कांडपाल, ईश्वर बिष्ट, आलोक वर्मा, राकेश साह, हेमा डसीला, दीवान फर्तियाल, गोविंद रावत,  पवन रावल, रवींद्र बिष्ट, हेमा डसीला, नेहा पांडे, कुंदन, रंजीत सिराड़ी आदि उपस्थित रहे।

Advertisement

Related News