बागेश्वर: विकास योजनाओं के कार्यों में लाएं तेजी—अनुराधा पाल
👉 बैठक लेकर जिलाधिकारी ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना, राज्य सेक्टर, केंद्र पोषित, बाह्य सहायतित, बीस सूत्रीय एवं तीस सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिसमें जिलाधिकारी ने विकास योजनाओं के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए तथा लंबित कार्यों में अपेक्षित गति लाने को कहा। जिलाधिकारी ने विभागों को विभिन्न योजनाओं और सैक्टर में खर्च की प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि विभाग कार्यदायी संस्थाओं से निर्माण कार्यों की रिपोर्ट लेते हुए उनका सत्यापन करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकांश विभाग ए श्रेणी में हैं, जो अच्छी बात है और उन्हें अपनी ए श्रेणी को बरकरार रखते हुए आगे भी बेहतर कार्य करना चाहिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जो विभाग बी, सी या डी श्रेणी में हैं, वे कार्यों में तेजी लाते हुए ए श्रेणी में आने का प्रयास करें। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कार्यदायी संस्थाओं द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों का स्वयं निरीक्षण कर सत्यापन कर लें ताकि निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ ही समयबद्धता के साथ पूर्ण हो सके। जिलाधिकारी ने राज्य, केंद्र पोषित व वाह्य सहायतित योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की तथा अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त धरातल पर चालू एवं पूर्ण निर्माण कार्यों के सत्यापन के लिए गठित टास्क फोर्स अधिकारियों को डीएम ने अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर विकास कार्यों का सत्यापन कर अर्थ एवं संख्या विभाग को आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि जिन अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती जाएगी, उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, अपर जिलाधिकारी एनएस नबियाल, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, उद्यान अधिकारी आरके सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनुपमा ह्यांकी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. कमल पंत, अर्थ संख्याधिकारी दिनेश रावत, ईई लोनिवि डीएस कुटियाल, सिंचाई केके जोशी, जल संस्थान डीएस देवड़ी, ग्रामीण निर्माण विभाग संजय भारती, लघु सिंचाई विमल सुंठा, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अनुलेखा बिष्ट, परियोजना अधिकारी उरेडा मयंक नौटियाल समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।