अल्मोड़ा: राज्य आंदोलनकारियों ने धरना देकर सरकार को चेताया
✍️ सरकार पर लगाया घोर उपेक्षा का आरोप, ज्ञापन भेजा
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: आज यहां राज्य आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क में धरना दिया तथा राज्य आंदोलनकारियों को 20 हजार रूपये मासिक पेंशन देने समेत कई अन्य मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया। धरने के दौरान आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार राज्य आंदोलकारियों की घोर उपेक्षा कर रही है। इसका ताजा उदाहरण क्षैतिज आरक्षण के विधेयक को वर्षों से लंबित रखा जाना है।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार अपने कार्यकर्ताओं को लोकतंत्र सेनानी के नये नाम से 20 हजार मासिक पेंशन दे रही है। प्रतिवर्ष विधायकों की पेंशन भत्ते बढ़ा रही है, किन्तु राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन बढ़ाने सहित अन्य मांगों पर सरकार मौन है। राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि गैरसैंण राजधानी के बिना राज्य का समग्र विकास संभव नहीं है। इसलिए गैरसैंण को शीघ्र स्थाई राजधानी घोषित किया जाय। इसके अलावा आश्रितों को शीघ्र पेंशन देने,
वंचित आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण करने, राज्य के विकास में राज्य आंदोलनकारियों की भागीदारी सुनिश्चित करने की मांगें उठाई। चेतावनी भी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की, तो जनजागरण यात्रा निकाल कर सरकार को जगाा जाएगा। धरने में ब्रह्मानन्द डालाकोटी, महेश परिहार, शिवराज बनौला, दौलत सिंह बगड्वाल, देवनाथ गोस्वामी, गोपाल सिंह बनौला, पूरन सिंह बनौला, बहादुर राम, पान सिंह फर्त्याल, कैलाश राम, सुशील चन्द्र, तारादत्त तिवारी, नवीन चन्द्र डालाकोटी, दिवान सिंह, तारा राम, कैलाश राम, मदन राम, सुंदर राम, रमेश सिंह व कमला जोशी आदि सम्मिलित हुए।